नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के बडगाम जिले में बीते गुरुवार को हुई एक कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद एक बार फिर से जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. राजस्व विभाग में सरकारी कर्मचारी राहुल भट जब अपने कार्यालय में थे तो उस दौरान कुछ आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी थी. जिसके बाद श्रीनगर में एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई. राहुल भट की आतंकियों द्वारा कश्मीर में हत्या की आग अब दिल्ली तक पहुंच गई है.
केकेसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बीजेपी पर साधा निशाना
कांग्रेस के कामगार और कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शुभ्रांश राय ने जम्मू कश्मीर में राहुल भट की हत्या को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.शुभ्रांश राय का कहना है कि बीते 8 सालों में जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के लिए बीजेपी ने क्या किया है? कश्मीरी पंडित वहां नियमित रूप से मारे जा रहे हैं मोदी ने अब तक क्या किया है?
प्रवासी समुदाय को कश्मीर भेजकर "बलि का बकरा" बनाया गया- शुभ्रांश राय
मोदी सरकार पर कश्मीर के बडगाम के चदूरा इलाके में राजस्व विभाग के कर्मचारी राहुल भट की हालिया हत्या के बाद पीएम के रोजगार पैकेज के नाम पर प्रवासी समुदाय को कश्मीर भेजकर "बलि का बकरा" बनाने का आरोप लगाते हुए राय ने कहा, "भाजपा सरकार ने उन्हें बलि का बकरा बनाया था, घाटी में उनके लिए कोई सुरक्षा नहीं है. सरकार पूरी तरह से विफल हो गई है, क्या उन्होंने इस भाग्य को पूरा करने के लिए भाजपा को वोट दिया है?
कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर 1990 में केंद्र में वीपी सिंह के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन करने का आरोप लगाया है जब कश्मीरी पंडितों को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद घाटी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था.
अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू और कश्मीर को तत्कालीन राज्य जम्मू और कश्मीर से अलग कर दिया गया था.
राय ने बीजेपी और आरएसएस पर लगाए गंभीर आरोप
राय ने कहा, "1990 में, जम्मू और कश्मीर में उग्रवाद के उदय के साथ, जिसमें निर्दोष आम लोग मारे जाने लगे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इन हत्याओं को न केवल भारत में बल्कि दुनिया में कश्मीरी पंडितों के एक बहुत बड़े नरसंहार के रूप में पेश करना शुरू कर दिया, एक सुनियोजित प्रचार अभियान के हिस्से के रूप में, कश्मीरी मुसलमानों को खलनायक और आतंकवादी के रूप में पेश किया गया था. ऐसे दावों का प्रचार करके, आरएसएस-भाजपा ने समाज के ध्रुवीकरण और देश भर में चुनावों में वोट हासिल करने के अपने एजेंडे को लागू किया. "
कश्मीरी पंडितों की हत्याओं और पलायन पर बीजेपी कर रही राजनीति- राय
उन्होंने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए सवाल उठाए और कहा कि कश्मीरी पंडितों की हत्याओं और पलायन पर बीजेपी सिर्फ राजनीति कर रही है जबकि बीते 8 सालों में कश्मीरी पंडितों के कश्मीर में पुनर्वास व सुरक्षा के लिए बीजेपी सरकार ने कुछ नहीं किया जिसका जीता जागता सबूत यह है कि एक बार फिर से एक कश्मीरी पंडित का खून जम्मू कश्मीर में बहा है.
ये भी पढ़ें