दिल्ली में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मिले टर्मिनेशन लेटर के बाद कांग्रेस ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोला है. दिल्ली कांग्रेस ने कहा कि पंजाब चुनाव से पहले दिल्ली सरकार ने विरोध कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के वेतन में बढ़ोतरी का वादा किया था लेकिन अभी तक वेतन में बढ़ोत्तरी को लागू नहीं किया है.
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सत्ता में आने पर 8 लाख नौकरियां देने का वादा किया था. इस समय दिल्ली सरकार नौकरियां पैदा करने में तो फेल है ही बल्कि वेतन वृद्धि की मांग को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बर्खास्त कर रही.
दिल्ली में 31 जनवरी से ही आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाएं मानदेय बढ़ाने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही थीं. उन्होंने अपने विरोध प्रदर्शन में कहा था कि इस महंगाई में उन्हें दिहाड़ी मजदूर से कम मानदेय मिल रहा है, हमारी मांग है कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का मानदेय कम से कम 25,000 रुपये और सहायिकाओं का मानदेय 20 हजार रुपये होना चाहिए.
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इस विरोध प्रदर्शन को लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिल्ली सरकार ने विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से भाग लेने पर टर्मिनेशन लेटर भेज दिया था. वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकओं के संघ ने इस मामले पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए एक याचिका दर्ज की है.
इस हड़ताल को लेकर एस्मा लागू हो गया था जिसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम पर लौट रही थीं. हालांकि इसी बीच महिला बाल विकास विभाग की तरफ से आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास् करते हुए लेटर जारी कर दिए गए. वहीं महिला बाल विकास विभाग ने इस प्रदर्शन में शामिल आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को माफी पत्र लिखने का भी दबाव बनाया.