Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों को अंजाम देकर जनता को लुभाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. जहां सत्ताधारी आम आदमी पार्टी तमाम तरह के आरोपों को लगा कर केंद्र सरकार पर लगातार आक्रामक बनी हुई है और जनता को शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था की दुहाई देकर एवं विक्टिम कार्ड खेल रही है, वहीं विरोधी दल भी हर तरह के हथकंडों के दम पर दिल्ली की सत्ता में वापसी करने की जद्दोजहद में जुटी है. 


बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की तरह दिल्ली की जनता को चुनावी लॉलीपॉप के रूप में मुफ्त बिजली-राशन और महिलाओं को स्कूटी और 2100 रुपये मासिक की घोषणा की है. बीजेपी के इस रुख को लेकर कांग्रेस ने जमकर निशाना साधा है. 


दिल्ली कांग्रेस ने बीजेपी की इस घोषणा को दिल्ली की सत्ता हथियाने का हथकंडा करार दिया है. डीपीसीसी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अरविंद केजरीवाल की फ्री की रेवड़ियां बांटने की राजनीति को आधार बनाकर आज जो घोषणाएं की है, उससे साफ हो गया है कि वो दिल्लीवालों के कल्याण को लेकर आप से अलग अलग नहीं है. 


वोट बैंक की राजनीति 


दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा सिर्फ खोखली बयानबाजी और सब कुछ मुफ्त देकर सिर्फ दिल्ली सत्ता हथियाना चाहते हैं. महिलाओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह फेल बीजेपी महिलाओं को 2100 रुपये मासिक देने की घोषणा सिर्फ वोट बैंक की राजनीति से जुड़ा है.


दिल्लीवासी 80 हजार करोड़ कर्ज के नीचे 


देवेंद्र यादव ने कहा कि मुफ्त सुविधाएं देने वाले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार 2024-25 तक वित्तिय वर्ष में 5,086 करोड़ रुपये के अनुमानित कर्ज के नीचे दबा दिया. आंकड़ों के अनुसार मुफ्त की रेवड़ियां लेने वाला दिल्लीवासी 80 हजार कर्ज के नीचे आ चुका है. पिछले वर्ष 2023-24 के संशोधित अनुमान से दिल्ली सरकार के कर्ज में 1.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 


बीजेपी के नेता ये बताएं कि क्या उनके पास दिल्ली की सत्ता में आने के बाद 5086 करोड़ के कर्ज को उतारने का कोई प्लान उनके पास है या नहीं?


उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास प्रतिशोध की राजनीति करने और आरोप प्रत्यारोप की नूराकुश्ती करने के अलावा कुछ नहीं है. इस बात को दिल्लीवासी भी अच्छी तरह समझ चुके हैं. दिल्ली वालों के लिए बीजेपी और आप दोनों घाटे का सौदा है. पिछले 10 वर्षों से केन्द्र में बीजेपी और दिल्ली में आप की सरकारें आसीन हैं, जिन्होंने दिल्ली की जनता के लिए जुमले, झूठी, खोखली और बेबुनियाद घोषणाओं के अलावा कुछ नही किया.


26 वर्षों से बीजेपी को नकार रही दिल्ली की जनता अब आम आदमी पार्टी से भी परेशान हो चुकी है. दिल्ली वाले अब दिल्ली की सत्ता पर कांग्रेस को देखना चाहते हैं. यही वजह है कि पार्टी को जनता से भरपूर समर्थन मिल रहा है.


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