Delhi Politics: 14000 डीटीसी कर्मियों को पेंशन न मिलने पर कांग्रेस की चेतावनी, अरविंद केजरीवाल जल्द लें ये फैसला नहीं तो करेंगे ये काम
Congress Warn CM Arvind Kejriwal: कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नजरिया अब बदल गया है. वह दिल्ली को अनाथ छोड़कर विकास की ओर ध्यान देने की बजाय राजनीति में व्यस्त हैं.
Delhi News: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक हरी शंकर गुप्ता ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की असंवेदनशीलता के कारण डीटीसी के 14,000 रिटायर्ड कर्मचारी पिछले 3 महीनों से अपने पेंशन तक से वंचित हैं. दिल्ली सरकार द्वारा पिछले कई वर्षों से दिल्ली के पेंशनधारियों को मेडिकल भत्ता पूरी तरह से बंद करना, गरीब वृद्धों के खिलाफ गलत कार्यवाही है.उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने डीटीसी कर्मचारियों की पेन्शन जारी नहीं की तो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी धरना देकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी.
हरी शंकर गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नजरिया अब बदल गया है. वह दिल्ली को अनाथ छोड़कर विकास की ओर ध्यान देने की बजाय प्रतिद्वंदी राजनीति के तहत बेबुनियाद अधिकारों की लड़ाई में व्यस्त हैं. वह अब अन्य राज्यों में अपना राजनीतिक जमीन तलाशने में भी व्यस्त हैं.अरविंद केजरीवाल द्वारा पूर्वी दिल्ली में कैंपस के उदघाटन पर कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षा संस्थान के उद्घाटन के अवसर पर श्रेय लेने की होड़ में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता जिंदाबाद और हाय-हाय के नारे लगा रहे थे.उन्होंने कहा कि 2006 में कांग्रेस की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने विकास करने की दिशा में पूर्वी दिल्ली कैम्पस की नींव रखी थी. यह दुखद है कि आज अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर कांग्रेस अथवा शीला जी का जिक्र तक नहीं किया.
नई पेंशन स्कीम लागू करना दिल्ली सरकार की विफलता
उन्होंने कहा कि 30-30 वर्ष से रिटायर्ड कर्मचारियों को पेन्शन नहीं मिलेगी तो उनका खर्चा कैसे चलेगा? उन्होंने कहा कि वृद्ध डीटीसी कर्मचारी परिवहन मंत्री कैलाश गहलोट सहित अलग-अलग मंत्रियों के दरवाजे खटखटा रहे हैं. दिल्ली सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली एक भी नई पेंशन लागू करना केजरीवाल सरकार विफलता है.कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि यदि तुरंत प्रभाव से पेंशन लागू नही की गई तो केजरीवाल सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे.यदि दिल्ली में कांग्रेस की शीला सरकार होती तो पेंशन की समस्या पैदा नहीं होती, क्योंकि कांग्रेस हमेशा कर्मचारियों व पेंशनधारियों के हित में काम करने वाली पार्टी है.
दर-दर भटक रहे हजारों डीटीसी कर्मचारी
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डा. नरेश कुमार ने कहा कि 80 से 85 वर्षीय डीटीसी रिटायर्ड कर्मचारी अपनी पेंशन की मांग के लिए दर-दर भटक रहे हैं. परंतु केजरीवाल सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत दिल्ली देहात के होने के बावजूद इन 30 वर्षों से पेंशन ले रहे डीटीसी कर्मचारियों की 3 महीनों से रुकी पेंशन पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. इससे पूर्व भी डीटीसी कर्मचारियों के पेंशन बंद हुई थी. तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के नेतृत्व में आंदोलन चलाने के बाद केजरीवाल ने तुरंत प्रभाव से रुकी हुई पेंशन जारी की थी.