Delhi Containment Zone: दिल्ली में कोरोना के मामले 4 हजार से कम लेकिन कंटेनमेंट जोन की संख्या 42 हजार से ज्यादा
दिल्ली में गुरुवार तक कुल 42,388 कंटेनमेंट जोन हैं. इससे 10 दिन पहले कोरोना के कुल 18,000 मामले दर्ज किए गए थे और उस समय कंटेनमेंट जोन की संख्या 32,983 थी. अगले सात दिनों में इसमें कमी आ सकती है.
Delhi Containment Zone: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है. इसके बावजूद दिल्ली में अभी भी 42,000 से ज्यादा कंटेनमेंट जोन हैं. गुरुवार तक कुल 42,388 सील किए क्षेत्र हैं. इससे 10 दिन पहले की बात करें तो कोरोना के कुल 18,000 मामले दर्ज किए गए थे और उस समय कंटेनमेंट जोन की संख्या 32,983 थी. सूत्रों का कहना है कि कोरोना के मामलों में कमी आने का बावजूद प्रशासन अभी कंटेनमेंट जोन ढील देने के लिए तैयार नहीं है.
ऐसे में दिल्ली में अभी कुछ दिनों तक कंटेनमेंट जोन की संख्या इसी तरह बनी रह सकती है. उत्तर-पश्चिम की डीएम चेष्टा यादव कहना है कि दिल्ली सरकार की माइक्रो कंटेनमेंट जोन स्ट्रैटजी का सख्ती से पालन करते हुए 2 से अधिक कोरोना केस मिलने पर कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. सबसे ज्यादा 13,391 कंटेनमेंट जोन दक्षिण जिले में हैं, इसके बाद पश्चिम में 10,002 और नई दिल्ली में 5,202 कंटेनमेंट जोन हैं. वहीं पूर्वी जिले में सबसे कम 273 कंटेनमेंट जोन हैं, जबकि उत्तर-पूर्वी जिले में भी इस समय लगभग 390 कंटेनमेंट जोन हैं.
कंटेनमेंट जोन को 14 दिनों के लिए किया जाता है सील
साउथ डीएम सोनालिका जिवानी ने बताया कि केस-टू-केस के आधार पर कंटेनमेंट जोन बनाए जाते हैं. मामलों की संख्या कम या ज्यादा होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने बताया कि 28 दिन तक किसी क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन में रखा जाता है. अगले सात दिनों में कंटेनमेंट जोन की संख्या कम हो जाएगी. दूसरी तरफ सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार कंटेनमेंट जोन को 14 दिनों के लिए सील कर दिया जाता है. इस दौरान अगर कोरोना का कोई नया मरीज नहीं मिलता है तो स्केलिंग डाउन प्रक्रिया शुरू हो जाती है और पहले केस के 28 दिनों के बाद कंटेनमेंट जोन को खत्म कर दिया जाता है. मरीज के ठीक होने हो जाने पर कंटेनमेंट जोन को खत्म किया जा सकता है.
केंद्र से केजरीवाल सरकार ने कंटेनमेंट जोन को लेकर किया था अनुरोध
इससे पहले ओमिक्रॉन के मामलों में कमी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से कंटेनमेंट जोन के लिए स्केलिंग डाउन अवधि को कम करने का अनुरोध किया था ताकि उन्हें कम समय में फिर से खोला जा सके. पश्चिम डीएम कृति गर ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार डिकॉन्टेनमेंट किया जाता है. यह मामलों की संख्या पर निर्भर नहीं करता है.
वहीं दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने गुरुवार कहा कि सरकार कोरोना को फैलने से रोकने की योजना पर काम कर रही है. सीएम अरविंद केजरीवाल खुद सरकार के हर कदम पर नजर रखे हुए हैं और हर संभव तरीके से लोगों की बचाने के लिए काम कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी. आपको बता दें कि गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के 4,291 मामले सामने आए हैं.
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