Delhi Corona Update: कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 से निपटने के लिए कितनी तैयार है दिल्ली? पढ़ें डिटेल स्टोरी
Delhi Corona News: दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में मंगलवार (27 दिसंबर) को कोरोना महामारी से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. इसके अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी अस्पताल का निरीक्षण किया.
Delhi Corona Update: चीन सहित कई देशों में कोरोना का नया वेरिएंट BF.7 तबाही मचा रहा है, श्मशान के बाहर जहां अंतिम संस्कार के लिए लंबी कतार लग रही हैं. वहीं अस्पतालों में लोगों को इलाज के लिए बेड और अन्य स्वास्थ्य सुविधा तक मुहैया नहीं हो पा रही हैं. जबकि चीन की गिनती विकसित और समृद्ध देशों में की जाती है. हिंदुस्तान ने भी खतरे को भांपते हुए महामारी से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को दुरुस्त करना शुरू कर दिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और नीति आयोग की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार कल राजधानी दिल्ली समेत देश के अन्य राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट से निपटने के लिए विधिवत मॉक ड्रिल किया गया. जहां अस्पतालों में दूसरी लहर से सबक लेते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर कोविड बेड, एंबुलेंस, वैक्सीन की सुविधा पहले से बेहतर नजर आई.
कोरोना महामारी से निपटने के लिए कितनी तैयार है राजधानी
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में मंगलवार (27 दिसंबर) को कोरोना महामारी से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. इसके अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी अस्पताल का निरीक्षण किया. एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि "दूसरे महामारी में ऑक्सीजन की कमी लोगों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी थी. इस को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन क्षमता को पहले से 10 गुना बढ़ा दिया गया है.
ऑक्सीजन क्षमता जो पहले 5 टन हुआ करता था, उसे बढ़ाकर 50 टन किया गया है. पूरी तरह से पाइप लाइन से लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई की अब सुविधा उपलब्ध हो चुकी है. ऑक्सीजन जनरेट करने के लिए अब कुल 5 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित किया जा चुका है, इसके अलावा अब अस्पताल में 2000 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है.
वेंटिलेटर ICU की सुविधा पहले से अधिक दुरुस्त
चिकित्सा निदेशक डा. सुरेश कुमार ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि हालात बिगड़ने पर सबसे अधिक वेंटिलेटर आईसीयू की आवश्यकता होती है. उसको ध्यान में रखते हुए आईसीयू, कोविड बेड, वेंटिलेटर, सिटी स्कैन, डायग्नोसिस जैसी मेडिकल सुविधा को पहले से बेहतर किया गया है. इसके साथ ही चिकित्सक, नर्स अस्पताल के अन्य स्टाफ को इस महामारी में मरीजों के साथ कुशल व्यवहार व इलाज के लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.
अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में रेमडीसीविर व एंटीबायोटिक दवाएं
कोरोना की दूसरी लहर में इलाज के लिए आवश्यक रेमडीसिविर व जरूरत की दवाओं का कालाबाजारी और कमी देखने को मिली थी. इसी को ध्यान में रखते हुए इनके स्टॉक को बढ़ा दिया गया है. डॉ सुरेश कुमार ने एबीपी लाइव पर बताया कि एंटीबायोटिक, रेमडीसीविर, पेरासिटामोल अन्य आवश्यक दवाओं का स्टॉक अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में रखा गया है. लगातार दवा ऑक्सीजन अन्य मेडिकल सुविधाओं को युद्ध स्तर पर बेहतर करने का प्रयास जारी है.
क्या बूस्टर डोज होगी BF.7 से बचाने में असरदार
राजधानी दिल्ली में लगभग 100% लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज ले लिया है. इसके साथ ही लगभग 25% लोग बूस्टर डोज भी ले चुके हैं. क्या इस नए वेरिएंट BF.7 से लड़ने में कोरोना का बूस्टर डोज असरदार होगा. एबीपी लाइव के इन सवालों का जवाब देते हुए डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि जिस प्रकार ओमीक्रोन वेरिएंट के लहर आने पर कोरोना वैक्सीन हिंदुस्तान के लिए काफी कारगर रही ठीक उसी प्रकार कोरोना वैक्सीन सहित बूस्टर डोज भी BF.7 से बचाने में जरूर असरदार होगी क्योंकि BF.7 ओमीक्रोन का ही दूसरा वेरिएंट है.
BF.7 के क्या है लक्षण और बचाव के तरीके
गले में खराश, शरीर में दर्द
नाक से पानी आना , सर में दर्द, बुखार
सुगंध व स्वाद का खत्म हो जाना
बच्चों में उल्टी दस्त व पेट दर्द की समस्या भी इसके लक्षण है
BF.7 वेरिएंट से बचाव को लेकर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया की हमें भीड़भाड़ के जगहों पर अनिवार्य रूप से अच्छे मास्क का प्रयोग करना चाहिए और जरूरत ना हो तो त्यौहार या अन्य बड़े मौकों पर भीड़भाड़ की जगह पर नहीं जाना चाहिए. इसके अलावा सभी लोगों से कोरोना की बूस्टर सहित दोनों डोज लेने के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग के सभी गाइडलाइन को गंभीरता पूर्वक पालन करने की अपील भी की.
क्या भारत में अब लग सकता है लॉकडाउन
चीन जापान अमेरिका व अन्य देशों के हालात को देखकर केंद्रीय व राज्य के स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. वहीं लॉकडाउन और कोरोना महामारी के दौरान पाबंदियां लगाने के लिए अब केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को अपने हिसाब से नियम व गाइडलाइन जारी करने का अधिकार दिया है. एक्सपोर्ट की मानें तो अभी BF.7 का प्रभाव हिंदुस्तान में नहीं है लेकिन यह महामारी कितना प्रभावी होगी यह कह पाना अभी थोड़ा मुश्किल है. वैसे लॉकडाउन का फैसला राज्यों द्वारा तभी लिया जा सकता है जब इस वेरिएंट से राज्य में हालात बेकाबू होने लगे. फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है इसलिए देश या राज्य में अभी लॉकडाउन के कोई आसार नहीं है.