Delhi Corona News: दिल्ली में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ रहा है. भले ही पिछले 2 दिनों से इसके मामलों में कुछ कमी आई है लेकिन अब कोरोना का संक्रमण गर्भवती महिलाओं को चपेट में ले रहा है. अस्पतालों में डिलीवरी के लिए पहुंच रही महिलाओं में भी संक्रमण देखने को मिल रहा है. दिल्ली के सबसे बड़े कोविड अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश में पिछले दिनों 30 महिलाएं कोरोना संक्रमित पाई गयीं. गर्भवती महिलाएं डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थीं.


एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार ने एबीपी न्यूज को बताया कि डिलीवरी के लिए आईं 30 महिलाओं की जांच करने पर संक्रमण की पुष्टि हुई. हालांकि अभी सभी महिलाओं की डिलीवरी हो चुकी है और पूरी तरीके महिलाएं और नवजात दोनों ही स्वस्थ हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना जांच के दौरान महिलाओं में किसी तरह के लक्षण देखने को नहीं मिले. लेकिन इसके बावजूद संक्रमित पाई गईं. 30 महिलाओं में से 2 को खून की कमी होने पर डिलीवरी से पहले खून दिया गया. वहीं, 6 महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी की गई.


कोरोना संक्रमित होने पर गर्भवती महिलाएं कैसे करें देखभाल?


दिल्ली एम्स की गायनी डिपार्टमेंट की हेड प्रोफेसर नीरजा बटला ने एबीपी न्यूज से कहा कि 15 से 20 गर्भवती महिलाएं संक्रमित पाई जा रही हैं और इन महिलाओं में किसी भी तरीके का कोई लक्षण नहीं मिलता है. लेकिन जांच करने पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि होती है. उन्होंने बताया कि इस बात में कोई दोराय नहीं है कि संक्रमण गर्भवती महिलाओं और बच्चों को भी चपेट में ले सकता है, लेकिन इससे बचाव के लिए वही सब सावधानियां जरूरी है जो हम सब पिछले करीब 2 वर्षों से बरतते हुए आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी है कि कोरोना की वैक्सीन जरूर लें. अगर उन्होंने वैक्सीन का पहला डोज़ ले लिया है, तो दूसरा डोज़ भी जल्द से जल्द लगवाएं.


डॉ नीरजा ने बताया कि घर में गर्भवती महिला का खास ध्यान रखने की जरूरत है. सदस्यों को चाहिए कि आइसोलेशन में रहें, ज्यादा जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकले और घर से निकलते समय सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना, हैंड सैनिटाइजर का खास ध्यान रखें. बाहर से घर आते ही हाथों को साफ करें और गर्भवती महिला के नजदीक ना जाएं, घर में साफ सफाई रखें. इसके अलावा गर्भवती महिला के स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें. उन्होंने सलाह दी कि अगर महिला में कोई लक्षण नहीं है तो भी हर 2 महीने में कोरोना का टेस्ट करवाएं. अगर संक्रमित पाई जाती हैं तो पल्स रेट और ऑक्सीजन लेवल का ध्यान रखें और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयों का सेवन करें.


महिला के संक्रमित होने से गर्भ तक नहीं पहुंचता कोरोना


डॉ नीरजा के मुताबिक बहुत ही कम मामलों में ऐसा देखने को मिला है कि मां के संक्रमित पाए जाने पर गर्भ में पल रहे बच्चे तक कोरोना का संक्रमण पहुंच रहा है. ऐसे में घबराने की आवश्यकता नहीं ह. अगर गर्भवती महिला संक्रमित होती है तो बच्चे को खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि संक्रमित महिला बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करा सकती है. इसके लिए मास्क लगाकर अपने हाथों को अच्छी तरीके से साफ कर ही बच्चे को दूध पिलाए. उन्होंने बताया कि कई बार किसी गंभीर बीमारी से जूझ रही गर्भवती महिलाओं में अगर कोरोना का संक्रमण पाया जाता है, तो इससे बचाव के लिए खास ध्यान रखने की आवश्यकता है, क्योंकि जिस तरीके से अन्य कोमर्बिडिटी लोगों में कोरोना का खतरा ज्यादा है, उसी तरह कोमर्बिडिटी गर्भवती महिला को खास ध्यान रखना होगा.


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