Delhi Coronavirus Updates: दिल्ली में एक बार फिर पांव पसार रहा कोरोना! बढ़ रहा है पॉजिटिविटी रेट, डॉक्टर ने दिए ये संकेत
Delhi Corona: सफदरजंग हॉस्पिटल के डॉ एनके गुप्ता ने कहा दिल्ली में पॉजिविटी रेट 9.1% हो गई. अब लोगों को कोविड के सारे प्रिकॉर्सन का पालन करने की जरुरत है. साथ ही मास्क को पूरी तरह से अपना लेना चाहिए.
Delhi Corona Cases: दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं. दिल्ली सरकार (Delhi Government) के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 26 मार्च को दिल्ली में कोरोना के 153 नए मामले आए हैं. वहीं कोरोना संक्रमण दर बढ़कर 9.1 प्रतिशत हो गई है. ऐसे में दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर एनके गुप्ता का कहना है कि 'राजधानी में पॉजिविटी रेट 9.1% हो गई. इसलिए अब लोगों को कोविड के सारे प्रिकॉर्सन का पालन करने की जरुरत है. लोगों को मास्क को पूरी तरह से अपना लेना चाहिए.'
दरअसल, केस में बढ़ोतरी का करण यह है कि हम पूरी तरह से कोविड को लेकर लापरवाह हो गए है. बढ़ते मामलों को देखते हुए सफदरगंज हॉस्पिटल में कोविड कैटेगरी के 200 से अधिक बेड तैयार है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले दिल्ली में शनिवार को 4.98 प्रतिशत की संक्रमण दर के साथ 139 मामले दर्ज किए गए थे. शुक्रवार को 6.66 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ 152 केस मिले थे, जबकि गुरुवार को 4.95 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ 117 मामले दर्ज हुए थे. दिल्ली में पिछले अक्टूबर में तीन अंकों में मामले दर्ज किए गए थे.
Delhi | COVID positivity rate has gone up to 9.1%. We need to follow COVID-appropriate behaviour. Mask must be part of our culture. Reason behind spike in cases is that we’re being careless. Safdarjung hospital is prepared, we have above 200 beds for COVID category: DR. NK Gupta,… pic.twitter.com/unD4c68SSR
— ANI (@ANI) March 28, 2023
देश में 1,890 नए मामले दर्ज
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार के आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में भारत में कोविड-19 के 1,890 नए मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन के 1,590 मामलों की तुलना में अधिक हैं. भारत का कुल सक्रिय केसलोड बढ़कर 9,433 हो गया है, जो कुल मामलों का 0.02 प्रतिशत है. इसी अवधि में, देश में कोविड से सात मौतें हुई हैं, गुजरात और महाराष्ट्र में दो-दो मौतें और केरल में तीन मौतें हुई हैं, जिससे मरने वालों की संख्या 5,30,831 हो गई है.