Delhi Covid Vaccination Status: दिल्ली में कोरोना के मामले बेशक अब कम हो रहे हैं लेकिन चिंता की बात ये है कि वैक्सीनेशन की रफ्तार भी धीमी होती जा रही है. सरकार के CoWIN पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर केवल 538 खुराक दी गईं. पिछले सात दिनों में राजधानी में हर दिन औसतन 72 हजार 864 वैक्सीन की डोज दी गई हैं.
हालांकि दिल्ली में पहले ही 169 लाख से ज्यादा वयस्कों को पहली खुराक दी जा चुकी है. वहीं अनुमानित रूप से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 150 लाख पात्र लोगों ने 100 प्रतिशत कवरेज पूरा किया है. 81 प्रतिशत वयस्क आबादी को कवर करते हुए दिल्ली अब तक लगभग 122 लाख दूसरी खुराक दी गई है.
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में 57 बच्चों को ही मिली वैक्सीन की डोज
जहां तक बच्चों (15 से 18 आयुवर्ग) के वैक्सीनेशन की बात है तो दिल्ली में अब तक 7 लाख 74 हजार 387 बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. वहीं गणतंत्र दिवस पर इस श्रेणी में केवल 57 खुराकें दी गई हैं. बता दें कि अनुमानित पात्र आबादी के लगभग 71.5 प्रतिशत को कोवैक्सिन का पहला शॉट मिला है. गौरतलब है कि कोवैक्सिन की दो खुराकों के बीच का अंतराल चार से छह सप्ताह का होता है, जिसका अर्थ है कि बच्चों में दूसरी खुराक देने की प्रक्रिया अगले महीने से शुरू होनी चाहिए.
गणतंत्र दिवस पर सिर्फ 256 लोगों ने ली प्रिकॉशन डोज
सरकार द्वारा 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्रिकॉशन डोज भी दी जा रही है. दिल्ली में अब तक 2 लाख 34 हजार 712 लोगों को प्रिकॉशन डोज दी गई है. वहीं गणतंत्र दिवस पर महज 256 को एहतियाती खुराक मिली. बता दें कि दिल्ली में लगभग 2 लाख 40 हजार हेल्थ वर्कर्स, 3 लाख 50 हजार फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के कोमोरबिड वाले 3 लाख 80 हजार लोग हैं जो एहतियाती खुराक के लिए पात्र हैं.
टीकाकरण की धीमी रफ्तार की ये है वजह
गौरतलब है कि टीकाकरण की धीमी रफ्तार की एक वजह मौजूदा कोरोना मामलों में आए उछाल के दौरान बहुत से लोग के कोविड से संक्रमित होना है. दरअसल केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी व्यक्ति के कोविड-19 पॉजिटिव आने के तीन महीने बाद ही वैक्सीन की दूसरी या एहतियाती खुराक ली जा सकती है.
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