Delhi Latest News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने प्रतिबंधित विदेशी ब्रांड की सिगरेट बेचने वाले दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन व्यापारियों के पास से 58,500 प्रतिबंधित सिगरेट जब्त की हैं, जिनकी बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 6 लाख रुपये है.


डीसीपी के मुताबिक क्राइम ब्रांच की टीम को इंस्पेक्टर कमल कुमार के माध्यम से सूचना मिली कि कोटला मुबारकपुर क्षेत्र में प्रतिबंधित सिगरेट बेची जा रही है. सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर सत्येंद्र मोहन की अगुवाई में एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम में एसआई अशीष शर्मा, गुलाब सिंह, समय सिंह और अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया.


बावली क्षेत्र का कारोबारी निकला सरगना


दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने पहली छापेमारी 25 दिसंबर 2024 को गणपति ट्रेडर्स अर्जुन नगर कोटला मुबारकपुर में की. पुलिस की छापेमारी के दौरान Esse Lights, Esse Special Gold और Gudang Garam जैसे ब्रांड की सिगरेट बरामद हुईं. इसके बाद दुकानदार नरेश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी नरेश की निशानदेही पर उसके घर से बड़ी मात्रा में सिगरेट बरामद हुईं, जिनमें Dunhill Switch, Djarum Black, Paris Special Filter Cigarette, Esse Change और Benson & Hedges जैसे ब्रांड शामिल थे. कुल 55,200 सिगरेट यहां से बरामद हुईं. 


इसके बाद नरेश ने खुलासा किया कि वह यह कारोबार विजय गुप्ता के साथ मिलकर कर रहा था, जो पंजाबी बाजार कोटला मुबारकपुर स्थित विरेंद्र सिगरेट स्टोर का मालिक है. विजय के स्टोर पर छापेमारी में 3,200 सिगरेट बरामद हुईं.


जांच के दौरान नरेश और विजय ने खुलासा किया कि वे खारी बावली क्षेत्र के व्यापारियों से ये सिगरेट कम कीमत पर खरीदते थे. इन सिगरेट को वे अपने गोदामों में जमा करते और छोटे पान और सिगरेट की दुकानों को ऊंचे दाम पर बेचते थे. इन सिगरेट पर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अनिवार्य चेतावनी नहीं छपी थी, जिससे यह युवा और किशोरों में बेहद लोकप्रिय थीं.


6 लाख की सिगरेट बरामद


डीसीपी क्राइम ब्रांच के मुताबिक पुलिस ने कुल 8 ब्रांड की 58,500 सिगरेट जब्त कीं. इसकी कीमत 6 लाख रुपये आंकी गई है. फिलहाल, दिल्ली क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर नंबर 269/24, धारा 7/20 COTPA एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. मामले की आगे की जांच जारी है.


दिल्ली पुलिस ने आरोपियों की पहचान 42 वर्षीय नरेश गुप्ता अर्जुन और 49 वर्षीय विजय गुप्ता के रूप में की है. नरेश गुप्ता 12वीं तक पढ़ा है और इस अवैध कारोबार से बड़ा मुनाफा कमा रहा था. विजय गुप्ता पंजाबी बाजार में पिछले 25 वर्षों से अपने परिवार का सिगरेट का कारोबार चला रहा था. वह भी इस अवैध व्यापार से मोटा लाभ कमा रहा था.


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