Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का पर्दाफाश किया है. रैकेट ऑस्ट्रेलिया में चल रही बिग बैश लीग टी-20 के मैचों पर सट्टेबाजी कर रहा था. पुलिस ने छापेमारी कर रैकेट से जुड़े 10 लोगों को गिरफ्तार किया. क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से 5 लैपटॉप, 24 मोबाइल फोन, 1 एलईडी स्मार्ट टीवी और कई नोटपैड बरामद किए हैं.
क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि करोल बाग के जोशी रोड पर एक फ्लैट में राकेश वैष्णव नाम का शख्स सट्टेबाजी का धंधा चला रहा है. सूचना पर 21 दिसंबर 2024 को सुबह 11:30 बजे पुलिस की टीम ने फ्लैट में छापेमारी की. पुलिस ने बताया कि फ्लैट के तीन कमरों से 10 लोग सट्टेबाजी करते हुए पाए गए. आरोपियों के पास से 5 लैपटॉप, 24 मोबाइल फोन, 1 एलईडी स्मार्ट टीवी और नोटपैड बरामद किए गए. जांच के दौरान पता चला कि सट्टेबाज दो तरीकों से सट्टेबाजी कर रहे थे. पहला तरीका ऑनलाइन सट्टेबाजी का था.
दो तरीकों से होती थी क्रिकेट की सट्टेबाजी
आरोपी जगरित उर्फ सनी ने JMD Sports.com नाम की वेबसाइट से मास्टर आईडी खरीदी थी. मास्टर आईडी से सुपर मास्टर आईडी बनाकर सट्टा लगाने वालों को बेची गई. हर लेन-देन पर मास्टर आईडी वाले को 5 प्रतिशत और रैकेट को 95 प्रतिशत मुनाफा होता था. दूसरा तरीका ऑफलाइन सट्टेबाजी का था. सट्टा खेलने वाले लोग सटोरियों से फोन पर संपर्क कर पैसा लगाते थे. धंधे में नोटपैड का इस्तेमाल किया जाता था. मुख्य आरोपी राकेश वैष्णव ने फ्लैट 45 हजार रुपये महीने किराये पर लिया था. पुलिस के मुताबिक सट्टेबाजों का रैकैट एक साल से चल रहा है. हर मैच पर डेढ़ लाख रुपये का लेन-देन होता था.
मुनाफा बढ़ाने के लिए सट्टेबाजी का सरगना राकेश वैष्णव ने तीन और राज्यों से बुकियों को जोड़ा. 48 वर्षीय राकेश वैष्णव क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का मास्टरमाइंड है. करोल बाग का रहने वाला राकेश 8वीं पास है. उसने सुनार का काम छोड़कर सट्टेबाजी के धंधे को अपना लिया. सरगना 20 प्रतिश मुनाफा लेता था. गिरफ्तार आरोपियों के नाम अजय कुमार, योगेश तनेजा, तरुण खन्ना, मनीष जैन, कुशल, परवेश कुमार, हरविंदर देओल उर्फ हैप्पी, गौतम दास, जगरित उर्फ सनी सहानी हैं. पुलिस मामला दर्ज कर क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का नेटवर्क खंगालने में जुटी है.
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