Delhi Police News: दिल्ली क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दो अलग अलग मामलों में NCR में रेड करके 4 नाबालिकों को बरामद किया है, बरामद नाबालिगों में तीन लड़कियां और 1 लड़का शामिल है. बरामद नाबालिग लड़कियों में 1 लड़की दिमागी रूप से ठीक नहीं है.
पहले तीन मामलों की बात करें तो बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट PS प्रेम नगर, PS जहांगीरपुरी और PS रणहौला में दर्ज कराई गई थी फिर पुलिस ने दिल्ली NCR, UP और हरियाणा में रेड की. इसके बाद चिल्ला गांव मयूर विहार, जहांगीरपुरी और नांगलोई से 2 लड़कियां और 1 लड़के को बरामद कर लिया.
वहीं, दिमागी रूप से बीमार बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट PS भलस्वा डेयरी में 12 नवंबर को दर्ज कराई गई थी. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने 48 घंटे के अंदर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से मानसिक रूप से बीमार और लगभग 14 वर्षीय नाबालिक लड़की को बरामद कर लिया. क्राइम ब्रांच की टीम ने लड़की की बरामदगी के लिए रेलवे चाइल्ड लाइन/हेल्पलाइन और जीआरपी, गाजियाबाद (यूपी) की भी सहायता ली.
केस-1
प्रेम नगर थाने में दिल्ली निवासी 12 वर्षीय नाबालिग लड़की की लापता/अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने दिनांक 28.10.2024 को धारा 137(2) बीएनएस, थाना प्रेम नगर, दिल्ली के तहत मामला दर्ज किया गया था. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इंस्पेक्टर मुकेश कुमार के नेतृत्व में एसआई बलराज और एचसी अमित वाली एएचटीयू की टीम और एसीपी/एएचटीयू अरुण चौहान की निगरानी में दिल्ली, एनसीआर और पड़ोसी राज्यों के कई इलाकों में छापेमारी की गयी और थाना मयूर विहार, दिल्ली के इलाके से नाबालिग लड़की को बरामद किया गया.
जांच करने पर पता चला कि लड़की के माता-पिता ने उसे डांटा था और वह गुस्से में अपने परिवार में किसी को बताए बिना घर से निकल गई थी.
केस 2
दिल्ली निवासी लगभग 14 वर्ष 06 महीने का एक नाबालिग लड़का कथित तौर पर जहांगीरपुरी, दिल्ली के इलाके से लापता था. जिसके बाद थाना जहांगीरपुरी, दिल्ली में 7 नवंबर को धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया था. लोकल थाना जहांगीरपुरी, दिल्ली की टीम ने के इलाके से नाबालिग लापता लड़के का पता लगाया है.
लापता लड़के की जांच करने पर पता चला कि लापता लड़का पश्चिम बंगाल में अपने चाचा के घर जाना चाहता था, लेकिन उसके परिवार ने उसे इसकी इजाजत नहीं दी. अगले दिन उसने अपने माता-पिता से अनुमति मांगी, हालांकि उन्होंने उसे डांटा. लड़का अपने घर से निकल गया और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच गया. इस दौरान वो रेलवे स्टेशन, मंदिर और गुरूद्वारे में ठहरा और वहीं से बरामद किया गया.
केस-3
लगभग 15 वर्षीय नाबालिग लड़की कथित तौर पर नांगलोई, दिल्ली से लापता थी. 14 जुलाई को धारा 137(2) बीएनएस के तहत थाना रनहोला, दिल्ली में मामला दर्ज किया गया था. लोकल थाने की टीम टीम ने नांगलोई, दिल्ली के थाना क्षेत्र से नाबालिग लापता लड़की का पता लगाया. जांच करने पर पता चला कि लड़की के माता-पिता की मृत्यु उसके बचपन में ही हो गई थी.
उसके चाचा (ताऊ जी) और उसकी बड़ी बहन ने उसका पालन-पोषण किया. वह अपने चाचा के साथ नहीं रहना चाहती थी और घर से कुछ पैसे लेकर बिना किसी को बताए घर से निकल गयी. इसके बाद वह कन्नौज (यूपी) पहुंच गई और वहां एक ब्यूटी पार्लर में मेकअप आर्टिस्ट का काम करने लगी.
केस 4
नाबालिग लड़की के माता-पिता ने 12.11.2024 से पुलिस थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली के इलाके से अपहरण/लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और इस संबंध में पुलिस थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली में धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस की नोडल एजेंसी होने के नाते, मानव तस्करी निरोधक इकाई, अपराध शाखा की टीम ने मामले की संवेदनशीलता के कारण मामले को अपने हाथ में लिया और जानकारी इकट्ठा की. परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों से पूछताछ की गई. कई स्थानों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई.
लड़की को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक सीसीटीवी फुटेज में देखा गया और लापता लड़की की तस्वीर रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन और पुलिस स्टेशन, रेलवे के साथ साझा की गई. रेलवे चाइल्ड लाइन स्टाफ और जीआरपी गाजियाबाद (यू.पी.) की सहायता से लापता लड़की को रेलवे स्टेशन गाजियाबाद (यू.पी.) से बरामद किया गया.
मामले में पूछताछ से पता चला कि लापता लड़की मानसिक रूप से मंद है और 5वीं कक्षा तक पढ़ी है. वह अपना वर्तमान पता और परिवार के सदस्यों का संपर्क नंबर बताने में असमर्थ थी. पीड़ित लड़की को संबंधित पुलिस स्टेशन/परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया है.
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