Delhi Drug Peddlers Gang: दिल्ली की स्पेशल स्टाफ पुलिस (Special Staff Police) ने ड्रग पेडलरों के एक इंटरस्टेट गैंग का खुलासा करने में कामयाबी पाई है. काफी समय से यह गैंग यूपी (UP) के बरेली (Bareilly) और ईस्ट दिल्ली के इलाके में सक्रिय रूप से ड्रग की सप्लाई में लिप्त थे. इस मामले में पुलिस ने मां-बेटे की जोड़ी सहित कुल चार ड्रग पेडलरों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से फाइन क्वालिटी की 350 ग्राम स्मैक बरामद की गई है, जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है. 


गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के त्रिलोकपुरी की रहने वाली सुधा उर्फ रानी और उसके बेटे एबीनेसर, जबकि सप्लायरों की यूपी बरेली के रहने वाले अयान खान और मोहम्मद नबी के रूप में हुई है. पुलिस ने इन्हें उस वक्त दबोचा जब ये बरेली से स्मैक की खेप लेकर सुधा को डिलीवरी देने पहुंचे थे. डीसीपी अमृता गुगुलोथ के अनुसार कई मौकों पर पाया गया कि स्ट्रीट क्राइम खास तौर पर स्नैचिंग के मामलों में गिरफ्तार आरोपी ड्रग एडिक्ट होते हैं.


पुलिस टीम का किया गया था गठन
डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने आगे बताया कि ये ड्रग्स उनकी दिमागी शक्ति को सुन्न कर देता है और उसी की पूर्ति के लिए वो इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं. इसी को देखते हुए ईस्ट दिल्ली में नशे के कारोबार में लिप्त लोगों की पकड़ के लिए एसीपी ऑपरेशन पंकज अरोड़ा की देख-रेख में स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज, इंस्पेक्टर सतेंदर खारी के नेतृत्व में एसआई विकास, जोगिंदर, बख्शिश, ऋषिपाल, कुलदीप लांबा, एएसआई अमित कुमार, महेश, अमरपाल, शैलेश, हेड कॉन्स्टेबल सनी राठी, युवेन्द्र, सनोज, कृष्ण, प्रदीप, राजकुमार और कॉन्स्टेबल रवि की टीम का गठन किया गया था.


सक्रिय ड्रग पेडलरों का डेटा किया गया था तैयार
पुलिस टीम ने ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में सक्रिय ड्रग पेडलर्स का डेटा बेस तैयार किया, जिन्हें पहले भी गिरफ्तार किया गया था. इस डेटा के आधार पर पुलिस को पता चला कि सुधा नाम की एक महिला, जो ड्रग सप्लाई में काफी समय से लिप्त है. सुधा ईस्ट दिल्ली में अभी भी ड्रग पैडलिंग कर रही है, जबकि वो इस मामले में पहले कई बार गिरफ्तार हो चुकी थी, लेकिन फिर भी सक्रिय रूप से इस काम को कर रही थी. पुलिस को ये भी पता चला कि सुधा यूपी के बरेली से स्मैक की खेप लेती है. इसे से बरेली के ही रहने वाले दो सप्लायर अयान और मोहम्मद नबी सप्लाई किया करते हैं.


ऐसे मिली थी सप्लायरों के दिल्ली आने की सूचना
आगे यह भी पता चला कि सुधा का बेटा भी इस धंधे में शामिल था, जो इलाके में नशीला पदार्थ सप्लाई करने में अपनी मां की मदद कर रहा था. पुलिस लगातार उनके बारे में जानकारियों को जुटाने में लगी रही. आखिरकार पुलिस की महीनों की मेहनत उस वक्त रंग लाई, जब उन्हें गुप्त सूचना मिली कि मोहम्मद नबी और अयान, सुधा और उसके बेटे एबिनेसार को ड्रग्स की खेप देने के लिए दिल्ली के कल्याणपुरी स्थित कूड़ा खट्टा के पास आने वाले हैं.


पुलिस ने ट्रैप लगा कर चारों को पकड़ा
इसके बाद पुलिस टीम ने ट्रैप लगाया और जैसे ही उन्होंने ड्रग्स की अदला-बदली की, पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया. उनके कब्जे से कुल 350 ग्राम फाइन क्वालिटी की स्मैक और एक सैंट्रो कार बरामद की गई. बरामद स्मैक की कीमत 35 लाख रुपये से ज्यादा की बताई जा रही है, जिसे कार सहित जब्त कर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पूछताछ में आरोपी सुधा ने खुलासा किया कि वह और उसका पति सुनील लंबे समय से इलाके में प्रतिबंधित मादक पदार्थ की सप्लाई कर रहे थे.


मां ने बेटे को भी लगाया नशे के कारोबार में
सुधा ने बताया कि उसका एक बेटा और एक बेटी है. दोनों की शादी हो चुकी है. उसने हाल ही में अपने बेरोजगार बेटे को इस धंधे में शामिल किया था. वहीं मोहम्मद नबी और अयान ने बताया कि उन्होंने बरेली में रहने वाले अपने परिचित के कहने पर सुधा को स्मैक की सप्लाई शुरू की थी. वे सुधा को इससे पहले तीन बार सुधा को मादक पदार्थों की डिलीवरी के लिए आए थे. इस मामले में पुलिस ने कल्याणपुरी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है.


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