Delhi Cyber Crime News: द्वारका जिले की साइबर पुलिस ने साइबर ठगों के एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो खुद को आर्मी, ITBP और CISF का जवान बता कर लोगों को चुना लगाता था. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसकी पहचान, कपिल के रूप में हुई है. यह राजस्थान का रहने वाला है. इसके कब्जे से पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त मोबाइल एवं अन्य सामान बरामद किया है. आरोपी अपने साथियों के साथ मिल कर उन लोगों को अपना शिकार बनाता था, जो अपना मकान किराए पर देने के लिए विज्ञापन डालते थे.
डीसीपी द्वारका अंकित सिंह ने बताया, 23 जून को द्वारका साइबर थाने की पुलिस को दी गयी शिकायत में पीड़ित महिला ने बताया कि एक शख्स ने उसकी प्रॉपर्टी रेंट पर लेने के लिए उसे कॉल किया था. कॉलर ने खुद की पहचान आर्मी के जवान के रूप में दी थी. उनका का विश्वास जीतने के लिए आरोपी ने बाकायदा उन्हें अपना आईडी कार्ड भी भेजा था.प्रॉपर्टी को रेंट पर देने के लिए उनके हामी भरने के बाद आरोपी ने किराए का भुगतान करने के लिए बैंक अकाउंट की डिटेल्स ली. लेकिन उनके अकाउंट में पैसे आने के बदले अकाउंट से 99 हजार 990 रुपये निकल गए. इसके बाद आरोपी ने उनका फोन लेना बंद कर दिया. जिसके बाद उन्होंने साइबर पुलिस में इसकी शिकायत दी.
बैंक एकाउंट की डिटेल से पुलिस पहुंची आरोपी तक
डीसीपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाने में मामला दर्ज कर एसएचओ जगदीश कुमार की देखरेख में एसआई मुकेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल ममता की टीम को मामले की जांच और आरोपियों की पकड़ के लिए लगाया गया था. जांच में जुटी पुलिस टीम ने उस एकाउन्ट की डिटेल हांसिल की, जिंसमें पीड़ित महिला के बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर किये गए थे. बैंक खाते की जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपी का पता लगा कर उसे दबोच लिया.
आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स के नाम से लेते थे लोगों को भरोसे में
पूछताछ में आरोपी ने बताया की उसके दो दोस्त पैकर्स और डिस्ट्रीब्यूटर के यहां काम करते हैं. जिन्होंने आपस मे बात कर शॉर्टकट से पैसे कमाने की योजना बनाई. उसके लिए कपिल को मोबाइल, सिम कार्ड और दूसरी डिटेल्स उपलब्ध कराई गई और कहा गया कि आर्मी का जवान बन कर वह कॉल करके लोगों से बात करें. क्योंकि आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स का नाम लेकर कॉल करने से लोग जल्दी विश्वास कर लेते हैं. इसके बाद आरोपी HRA कटने का बहाना बनाकर मकान मालिक से उनके बैंक अकाउंट की डिटेल लेते हैं और बहाने से 5 रुपये भेजते हैं. फिर बाद में उनके अकाउंट से बड़ा अमाउंट निकाल लेते है. इस मामले पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर उनके साथियों की तलाश में जुट गई है.
ये भी पढ़ें: Delhi News: विधायकों को 'तोड़ने' के मामले में बीजेपी पर बरसीं आतिशी, MLAs की खरीद-फरोख्त पर बड़ा खुलासा