Delhi News: दिल्ली वालों के लिए अभी भी दूर रहेगा देहरादून! जानें क्यों धीमा है एक्सप्रेसवे का काम
Delhi Dehradun Expressway: उत्तराखंड में पर्यावरण संबंधी दिक्कतों के चलते अंतिम मंजूरी मिलने में भी देरी हुई, जिसका असर परियोजना पर पड़ा है. मंत्रालय से परियोजना की अवधि बढ़ा दी गयी है.
Delhi Dehradun Expressway: आर्थिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का इंतजार लंबा होता नजर आ रहा है. इस परियोजना का काम कई कारणों से पिछड़ता जा रहा है. इससे यह पूर्व में तय की गई समय-सीमा तक नहीं पूरा किया जा सकता है. जहां उत्तराखंड (Uttarakhand) में पर्यावरण संबंधी एनओसी (NOC) मिलने में देरी से निर्माण कार्य पिछड़ता चला गया तो दूसरी तरफ जमीन अधिग्रहण के बाद कब्जा लेने में भी देरी हुई. इसका भी परियोजना की गति पर काफी असर पड़ा है.
239 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे
पहले इस पूरी परियोजना को मार्च 2024 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. लेकिन, विभिन्न कारणों से परियोजना को तय समय से पिछड़ता देख केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालाय ने इसकी समय सीमा को बढ़ाकर 2025 कर दी है. बता दें कि दिल्ली से देहरादून को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा 239 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे आर्थिक लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दिल्ली के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्से और आधे उत्तराखंड को इसका सीधा लाभ मिलेगा.
जमीन अधिग्रहण और कब्जे में देरी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले इस परियोजना को मार्च 2024 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य था. उसी के हिसाब से टेंडर प्रक्रिया को समय से पूरा किया गया, लेकिन शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के कुछ हिस्सों में जमीन अधिग्रहण में देरी हुई तो कहीं पर अधिग्रहण के बाद कब्जे के लिए काफी इंतजार करना पड़ा. इस कारण ये परियोजना अपने निर्धारित समय से पिछड़ती चली गयी.
दिल्ली से बागपत के बीच खुलेगा रास्ता
उत्तराखंड में पर्यावरण संबंधी दिक्कतों के चलते अंतिम मंजूरी मिलने में भी देरी हुई, जिसका असर बाकी हिस्से की परियोजना पर पड़ा है. मंत्रालय से परियोजना को पूरा करने की समय अवधि अगले वित्तीय वर्ष के लिए बढ़ा दी गयी है. सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय मान कर चल रहा है कि कुछ हिस्से में काम जून 2025 तक जाकर पूरा होगा. हालांकि, दिल्ली से बागपत (खेकड़ा) तक के दो पैकेज का निर्माण निर्धारित समय पर पूरा होगा. करीब 32 किलोमीटर लंबे इस हिस्से को अगले वर्ष मार्च तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा.
12 हजार करोड़ से अधिक होने हैं खर्च
इस एक्सप्रेसवे के जरिए देहरादून और हरिद्वार को भी जोड़ा जा रहा है. इसके लिए करीब 30 किलोमीटर की कनेक्टर रोड बनाई जा रही है. बताया जा रहा है कि कनेक्टर रोड का कार्य सबसे अंत में पूरा होगा. इसलिए प्रोजेक्ट को पूरा करने की अवधि को बढ़ाया जा रहा है. इस पूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने पर 12601 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
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