Delhi: दिल्ली (Delhi) की स्पेशल सेल पुलिस ने नकली नोटों (Fake Currency) के सप्लाई के इंटरनेशनल सिंडिकेट (International Syndicate) का खुलासा करते हुए, सिंडिकेट के 2 अहम सदस्यों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान माबिया खातून और मुनीश अहमद के रूप में हुई है. ये वेस्ट बंगाल (West Bengal) के मालदा (Malda) और दिल्ली के खानपुर (Khanpur) के रहने वाले हैं. इनके पास से 500 के डेनोमिनेशन में 1 लाख 97 हजार 500 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं. स्पेशल सेल पुलिस ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन (आनंद विहार रेलवे) से दोनों को रंगे हाथों उस वक़्त दबोचा, जब माबिया खातून मुनीश को नकली नोटों के पैकेट दे रही थी.
सूचना मिलने पर पुलिस ने गठित की विशेष टीम
डीसीपी पी.एस. कुशवाहा ने बताया कि स्पेशल सेल पुलिस के इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह को नकली नोटों की सप्लाई में शामिल इंटरनेशनल सिंडिकेट के दो अहम सदस्यों के बारे में सूचना मिली थी. जो वेस्ट बंगाल के मालदा के रास्ते इंडो-बांग्लादेश बॉर्डर से नकली नोटों की खेप ला कर भारत मे सप्लाई करते थे. पुलिस को सूत्रों के जरिये सूचना मिली थी कि सिंडिकेट के सक्रिय सदस्य मुनीश अहमद के नकली नोटों की कंसाईनमेन्ट को रिसीव करने, आनंद विहार रेल्वे ओवर ब्रिज के नीचे आने
वाला है.
डीसीपी कुशवाहा ने बताया कि सूचना मिलते ही एसीपी अतर सिंह की देखरेख में, इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह और जितेंद के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर उनके पीछे लगाया गया. पुलिस टीम ने सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर आनंद विहार रेल्वे ओवर ब्रिज के नीचे ट्रैप लगाया, जहां माबिया खातून पहुंची और मुनीश को एक पैकेट दिया. जिस पर पुलिस ने तुरंत ही उन्हें घेर कर दबोच लिया. तलाशी में मुनीश के पास से एक लाख रुपये, जबकि माबिया खातून से 97 हजार 500 के नकली नोट बरामद किए गए. सभी नकली नोट 500 के डेनोमिनेशन में हैं, और इतनी बेहतरीन गुणवत्ता वाले हैं कि नंगी आंखों से इसकी पहचान करना काफी मुश्किल है.
40 लाख से ज्यादा नकली नोटों की दिल्ली में हो चुकी है सप्लाई
पूछताछ में माबिया खातून ने बताया कि मालदा, वेस्ट बंगाल से एक शख्स से नकली नोटों की खेप लेकर दिल्ली मुनीश को देने के लिए पहुंची थी. उसने बताया कि पिछले दो सालों में उसने नकली नोटों के 10 कंसाईनमेंट पहुंचाये हैं, जिसमें कुल 40 लाख रुपये थे. माबिया ने बताया कि मुनीश को वह दिल्ली में कई नकली नोटों की डिलीवरी दे चुकी है. वहीं मुनीश ने बताया कि वो पिछले 5 सालों से दिल्ली- एनसीआर और यूपी के कई इलाकों में नकली नोटों की सप्लाई में शामिल है. इससे पहले वो मालदा के किसी अन्य श्रोत के माध्यम से नकली नोटों की खेप लिया करता था.
गिरफ्तार आरोपी पर पहले से दर्ज हैं आपरधिक मामले
मुनीश पर पहले से 4 आपरधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 3 नकली नोटों के सप्लाई के मामले हैं. साल 2015 में मुनीश को उसके साथी के साथ 52 हजार के नकली नोटों के साथ, उत्तरी दिल्ली के रोहिणी इलाके में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद 2018 में क्राइम ब्रांच ने उसे और उसके साथी को 1 लाख 60 हजार के नकली नोटों के साथ पकड़ा था. वहीं 2020 में कोटला मुबारकपुर थाने की पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर 62 हजार के नकली नोट बरामद किये थे. इसके अलावा आरोपी मुनीश एक्सटॉर्शन के मामले में भी शामिल रहा है. पुलिस टीम बॉर्डर पार से नकली नोटों की सप्लाई पर लगाम लगाने के लिए, गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ कर आगे की जांच में जुट गई है.
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