Dengue Cases in Delhi: राष्ट्रीय राजधानी में इस साल डेंगू के 1,000 से अधिक मामले आए हैं, जिनमें से 280 से अधिक नए मामले पिछले एक हफ्ते में दर्ज किए गए. नगर निगम की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट से जानकारी मिली है. इस मौसम में दर्ज किए गए डेंगू के कुल मामलों में से 665 मामले इस महीने 23 अक्टूबर तक दर्ज किए गए. शहर में पिछले दो हफ्तों में मच्छर जनित बीमारी के मामले बढ़े हैं और दिल्ली में इस बीमारी से पहली मौत 18 अक्टूबर को हुई.


सितंबर में एक निजी अस्पताल में सरिता विहार निवासी 35 वर्षीय ममता कश्यप की डेंगू से मौत हो गयी थी. सोमवार को मच्छर जनित बीमारियों पर जारी नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार, इस मौसम में 23 अक्टूबर तक डेंगू के कुल 1,006 मामले दर्ज किए गए और एक व्यक्ति की मौत हुई. डेंगू के ये मामले इसी अवधि के लिए 2018 के बाद से सबसे अधिक हैं. इस साल 16 अक्टूबर तक 723 मामले आए थे, यानी कि 283 नए मामले एक हफ्ते में सामने आए. रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में एक जनवरी से 16 अक्टूबर तक आने वाले मामले - 489 (2020), 833 (2019) और 1,310 (2018) रहे। 2020 में कुल 1,072 मामले आए और एक व्यक्ति की मौत हुई. एसडीएमसी के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2019 में डेंगू से दो, 2018 में चार, 2017 में 10 और 2016 में 10 लोगों की मौत हुई थी. साल 2021 में डेंगू के जनवरी में शून्य, फरवरी में दो, मार्च में पांच, अप्रैल में 10, मई में 12, जून में सात, जुलाई में 16 और अगस्त में 72 मामले आए थे. सितंबर में इस बार 217 मामले आए, जो पिछले तीन वर्षों में इस महीने आए डेंगू के सर्वाधिक मामले हैं. 


स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 22 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल सितंबर में डेंगू के 188 मामले आए थे और 2019 में 190 मामले उजागर हुए. इससे पहले 2018 में 374, 2017 में 1,103, 2016 में 1,362 और 2015 में 6,775 मामले आए थे. डेंगू मच्छर का लार्वा साफ, ठहरे पानी में पनपता है, जबकि मलेरिया का मच्छर गंदे पानी में प्रजनन करता है. मच्छर जनित बीमारियों के मामले आम तौर पर जुलाई और नवंबर के बीच आते हैं, लेकिन ये दिसंबर के मध्य तक भी आ सकते हैं. नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल 16 अक्टूबर तक मलेरिया के 154 और चिकनगुनिया के 73 मामले आ चुके हैं. मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया में तेज बुखार होता है. डेंगू की रोकथाम के लिए तीनों नगर निगमों ने फॉगिंग और छिड़काव अभियान तेज कर दिया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को दावा किया कि मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए कीटनाशकों और दवाओं का ‘‘पर्याप्त भंडार’’ है. गौरतलब है कि एसडीएमसी शहर में मच्छर जनित बीमारियों पर आंकड़ों का संग्रह करने वाली नोडल एजेंसी है.


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