Delhi Dengue Cases: राजधानी दिल्ली में मच्छरों से फैलने वाली बीमारी डेंगू अब पैर पसारने लगी है. यही नहीं दिल्ली में इस साल मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है. नगर निगम के एंटी मलेरिया ऑपरेशन की टीम के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में इस साल 16 जुलाई तक 158 केस दर्ज किए जा चुके हैं. बढ़ते डेंगू के मामलों ने निगम की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में जरूरी है कि जहां-जहां मच्छर पैदा हो रहे हैं, वहां विशेष रूप से मच्छररोधी अभियान चलाया जाए. लेकिन नगर निगम के सामने सबसे बड़ी समस्या 'लापता' मरीजों की है.
डेंगू के 102 मरीज 'लापता'
दरअसल, इस वर्ष अब तक डेंगू के 158 मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें से 102 मरीज 'लापता' हैं. इन 102 मरीजों ने दिल्ली के अस्पतालों में इलाज कराने के दौरान जो पता दिया है वह या तो गलत या अधूरा है या फिर उस नाम का व्यक्ति दिए गए पते पर रहता ही नहीं है. जबकि, डेंगू अधिसूचित बीमारी है और इसकी जानकारी शासन को नहीं देने पर अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है. इसके बावजूद अस्पताल की ओर से शासन को पूरा पता नहीं दिया जा रहा है.
दवाओं का छिड़काव किया जा रहा
दिल्ली नगर निगम (MCD) द्वारा मच्छरजनित बीमारियों की रिपोर्ट के अनुसार इस साल एक जनवरी से 16 जुलाई तक डेंगू के 158 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. उनमें 53 मरीज एमसीडी क्षेत्र से हैं, जबकि तीन नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) क्षेत्र के हैं. वहीं, 102 मरीजों का पता स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है. एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही जहां-जहां मच्छरों के पैदा होने की शिकायत हैं, वहां जरूरत के हिसाब से उन क्षेत्रों में मच्छरों को मारने के लिए दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है.
डिटेल उपलब्ध कराएं अस्पताल
वहीं जनस्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों का सही पता नहीं उपलब्ध होना गंभीर समस्या है. हमने विभिन्न स्तर पर इसके लिए एडवाइजरी जारी की है. साथ ही अस्पतालों को कहा है कि वह मरीजों का नाम, पूरा पता, पिता का नाम और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराएं.