(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi News: डिप्टी CM मनीष सिसोदिया बोले- 'दिल्ली के सरकारी स्कूलों को टेंट वाले से टैलेंट वाले में बदला'
Delhi: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सरकारी स्कूलों के वार्षिक दिवस समारोह में भाग लेने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूल निजी स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं.
Manish Sisodia News: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूली छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. वे अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के बूते हर क्षेत्र में परचम लहरा रहे हैं. सरकारी स्कूलों के वार्षिक दिवस समारोहों में भाग लेते हुए सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करना दिल्ली सरकार की प्राथमिकता रही है. दिल्ली के स्कूलों को टेंट वाले से टैलेंट (प्रतिभा) वाले स्कूलों में बदला गया है.
दिल्ली का सरकारी स्कूल अब टैलेंट स्कूल बना
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. वे अपने शानदार प्रदर्शन और दृढ़ निश्चय के आधार पर वे हर क्षेत्र में शीर्ष स्थान हासिल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षकों ने भी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिए कड़ी मेहनत की. किसी वक्त में टेंट स्कूल कहे जाने वाले दिल्ली सरकार के स्कूल अब टैलेंट स्कूलों में बदल गए हैं.
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले आठ वर्ष में सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे, शिक्षकों के प्रशिक्षण और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है. उन्होंने कहा कि पहले, अभिभावक बेबसी और वित्तीय दिक्कतों के कारण अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते थे, लेकिन अब वे अपने बच्चों को हमारे स्कूलों में भेजकर गर्व महसूस करते हैं.
बच्चों का भविष्य सुरक्षित है
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्ष में दिल्ली सरकार के स्कूलों में बुनियादी ढांचे, शिक्षकों के प्रशिक्षण और शिक्षा की गुणवत्ता के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम हुआ है. अभिभावकों को अब अहसास हो रहा है कि हमारे स्कूलों में उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित है.
उन्होंने यह भी कहा कि निजी स्कूलों में पढ़ रहे कई बच्चों ने पिछले कुछ वर्ष में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में दाखिला कराया है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूल के शिक्षा की गुणवत्ता और बुनियादी ढांचे के मामले में निजी स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं.