Delhi Covid-19 Death: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में ताजा कोविड -19 मामलों की संख्या में गिरावट आई है वहीं टेस्ट पॉजिटिविटी रेट भी 30% से कम रहा है. हालांकि मृत्यु की संख्या अभी भी उच्च स्तर पर है और यह चिंताजनक है. इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार मृत रोगियों से कलेक्ट किए गए सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग करा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे ओमिक्रोन या डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित थे या नहीं.
दिल्ली में बुधवार को 35 मौतें हुई
बता दें कि दिल्ली में बुधवार को 35 मौतें दर्ज की गईं, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 353 हो गई है. वहीं पिछले 10 दिनों की बात करें तो 300 लोगों ने कोरोना संक्रमित होने के बाद दम तोड़ा है. वहीं पिछले छह महीनों की तुलना में इस महीने दर्ज की गई मौतों की संख्या दोगुनी से ज्यादा है. दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, “कोविड -19 मामलों में इजाफा और मृत्यु दर के बीच एक अंतराल है. इसलिए यह जानना जरूरी है कि क्या मृतक ओमिक्रोन या डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित थे. ”
मृतकों के सैंपल की हो रही है जीनोम सिक्वेंसिंग
गौरतलब है कि नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज और लोक नायक अस्पताल की लैब में कोविड -19 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है. टीओआई में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने कहा है कि रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है. वहीं एक अधिकारी ने कहा कि “कोविड-पॉजिटिव रोगियों की मौतों के विश्लेषण से पता चला है कि उनमें से अधिकांश कोमोरबिड के साथ सीरियस मेडिकल कंडीशन वाले थे. ओमिक्रोन के माइल्ड नेचर के बावजूद यह सेगमेंट कमजोर बना हुआ है. ”
1 जनवरी से 8 जनवरी के बीच 402 सैंपल ओमिक्रोन वेरिएंट के थे
बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने में, 1,553 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चला कि उनमें से लगभग 34% डेल्टा वेरिएंट के थे, 430 (28%) ओमिक्रोन थे, और बाकी दूसरे स्ट्रेन के थे. हालांकि, 1 जनवरी से 8 जनवरी के बीच विश्लेषण किए गए 511 नमूनों में से 402 या लगभग 79% ओमिइक्रोन वेरिएंट के थे. हालांकि ओमिक्रॉन वेरिएंट से अब तक मौत का कोई कंफर्म मामला सामने नहीं आया है.
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