Delhi News: अब केवल 15 मिनट में पूरा होगा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से IGIA टर्मिनल-3 तक का सफर, जानिए क्या है DMRC का प्लान
Delhi News: डीएमआरसी ने कहा कि इस कॉरिडोर को अधिकतम 135 किमी/घंटा की गति के हिसाब से बनाया गया है, हम 6 महीने के अंदर धीरे-धीरे ट्रेन की गति को बढ़ाएंगे. वर्तमान में ट्रेन की स्पीड 80 किमी/घंटा है.
Delhi Metro News: अगले साल तक हो सकता है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) से आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 (IGI Terminal-3) तक यात्री केवल 15 मिनट में ही पहुंच जाएं. 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक खबर के मुताबिक दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (Airport Express Line) को और गति देने की योजना बनाई जा रही है. बता दें कि एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन मेट्रो (Airport Express Line Metro) वर्तमान में अधिकतम 80 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ती है जबकि उसे वर्तमान में 90 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ने की अनुमति प्राप्त है. डीएमआरसी (DMRC) के प्रमुख कार्यकारी निदेशक (कॉर्पोरेट संचार) अनुज दयाल (Anuj Dayal) ने बताया कि इस लाइन पर कुछ बदलाव किए जाने की योजना बनाई जा रही है ताकि इसकी गति को 120 किमी/घंटा तक बढ़ाया जा सके.
135 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर और ट्रेनों को 135 किमी/घंटे की रफ्तार के लिए डिजाइन किया गया है. हम इस कॉरिडोर पर धीरे-धीरे ट्रेनों की गति को विस्तार दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीएमआरसी ने 135 प्रति घंटा तक पहुंचने के लिए 6 महीने की योजना बनायी है लेकिन मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त द्वारा मंजूरी मिलने के बाद ही यात्रियों को अधिकतम गति के साथ यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी.
फिलहाल लगता है 19 मिनट का समय
बता दें कि वर्तमान में यह ट्रेन आईजीआई टर्मिनल 3 से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक का 19.4 किमी का सफर 19 मिनट में तय करती है. द्वारका सेक्टर 21 बनने के बाद अब यह कॉरिडोर 22.7 किमी लंबा हो गया है. दयाल ने कहा कि ट्रेन की गति को बढ़ाने के लिए सबसे पहला बदलाव एसकेएल 15 टेंशन क्लैंप को एसकेएल 15 एचएफ क्लैम्पस से बदलने का किया जा रहा है, जो ट्रेन को तीव्र गति से चलाने के लिए जिम्मेदार हैं. टेंशन क्लैम्प्स को बदलने के तीन सप्ताह बाद, ट्रैक की लगातार निगरानी करने वाली यूनिट 6 महीने तक अलग-अलग स्थानों पर स्थापित की जाएंगी.
धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी ट्रेन की गति
उन्होंने कहा कि क्लैंप को बदलने के एक महीने बाद शुरुआत में ट्रेन की स्पीड 100 किमी/घंटा बढ़ाई जाएगी. इसके बाद तकरीबन एक महीने तक इसकी निगरानी की जाएगी. इसके एक महीने बाद ट्रेन की स्पीड 110 किमी/घंटा की जाएगी.इसी तरह धीरे-धीरे गति को 135 किमी/घंटा तक लाया जाएगा.
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