Delhi: आज से 31 दिसंबर तक चलेगा 'ड्रग्स फ्री कैंपेन', दिल्ली पुलिस चलाएगी इन लोगों के खिलाफ अभियान
Delhi Drugs News: दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक नशीली दवाओं की लत के परिणाम बहुत घातक होते हैं. यह मानसिक और आर्थिक समस्याओं के साथ मौत का कारण भी बन सकता है.
Delhi Drugs News Today: नशे कल लत को छुड़ाने और इसके नतीजों के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से दिल्ली पुलिस ने सोमवार (2 दिसंबर) से ड्रग फ्री दिल्ली कैपेंन चलाएगी. इस कैंपेन में पुलिस की मदद करने वाले लोगों को कैश पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा. इस अभियान का असर 31 दिसंबर 2024 तक देखने को मिलेगा. एलजी विनय सक्सेना की अध्यक्षता में इस कैंपेन को लेकर एक बैठक हुई. उन्होंने पुलिस से ड्रग फ्री कैंपेन के दौरान की गई कार्रवाई की रिपोर्ट 5 जनवरी 2025 तक पेश करने को कहा.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर के मुताबिक इस कैंपेन में दिल्ली पुलिस चिन्हित इलाकों में सर्वे, जागरूकता प्रोग्राम और रेड करेगी. दिल्ली पुलिस ने इसके लिए 200 हॉस्टल, 200 स्कूल, 50 कॉलेज, 200 दुकानें, 200 फार्मा शॉप, 200 बार,पब,क्लब और रेस्टोरेंट, शेल्टर होम, रेलवे स्टेशन, ऑटो रिक्शा, टैक्सी कूरियर सर्विस करने वालों की रैंडम चेकिंग करेगी.
ड्रग्स सप्लाई चेन तोड़ने पर जोर
ड्रग फ्री दिल्ली अभियान के तहत दिल्ली पुलिस ड्रग्स की सप्लाई चेन को तोड़ने का भी प्रयास करेगी. दिल्ली पुलिस शिक्षा संस्थानों से तालमेल बनाकर हॉस्टल, स्कूल प्रिंसिपल, विश्वविद्यालयों से रिलेटेड हो रहे मामलों को खत्म करने का भी प्रयास करेगी.
दिल्ली पुलिस की ड्रग ट्रैफिकिंग में मदद करने वाले आम लोगों के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल ने कैश पुरस्कार देने की भी घोषणा की है. उन्होंने जन जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रिंट, विजुअल मीडिया, सोशल मीडिया, रेडियो और डीटीसी बसों और सार्वजनिक परिवहन जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों का लाभ उठाने को कहा है. एलजी ने नशीली दवाओं के तस्करों को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए अभियान के दौरान व्यापक प्रचार की आवश्यकता पर भी बल दिया है.
ड्रग फ्री कैपेंन को मजबूत करने के लिए मशहूर हस्तियों, प्रभावशाली व्यक्तियों, गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक नेताओं के साथ सहयोग लेने की योजना है. ताकि ड्रग फ्री सोसाइटी का संदेश समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे.
पुलिस ने दिल्ली वालों से ये अपील
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि एक महीने तक चलने वाले इस पायलट प्रोजेक्ट का मकसद दिल्ली में युवाओं और बच्चों को नशीली दवाओं के खतरे से बचाना है. हालांकि, इसका फोकस ड्रग्स सप्लाई चेन को पूरी तरह से तोड़ना भी है.
उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग एक गंभीर सामाजिक समस्या है. इसके परिणाम बहुत घातक होते हैं. नशा मानसिक और आर्थिक समस्याओं के साथ मौत का कारण भी बन सकता है. स्पेशल कमीश्नर ने कहा कि हम सभी से आग्रह करते हैं कि नशे के खिलाफ लड़ाई के इस अभियान में दिल्ली पुलिस और अन्य सरकारी विभागों, गैर सरकारी संगठनों आदि के साथ जुड़ें.
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