Delhi Cluster Bus: दिल्ली के 70 से ज्यादा रूटों से हटीं क्लस्टर बसें, अब इन रूटों के यात्री कैसे जाएंगे दफ्तर?
Delhi DTC Cluster Buses News: दिल्ली के 70 से ज्यादा रूटों से क्लस्टर बसें (Delhi Cluster Buses) हटने से न केवल दफ्तर जाने वाले बल्कि सामान्य काम से भी लोगों का घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल.
DTC Cluster Buses Removed From Road: दिल्ली में क्लस्टर बस कंडक्टरों की हड़ताल से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही हैं. आफिस जाने और वहां से घर लौटना मुश्किल हो गया है. इतना ही नहीं, दिल्ली के 70 से भी ज्यादा रूटों से क्लस्टर बसें डीटीसी ने हटा ली हैं. इसका सीधा असर यह हुआ है कि दिल्ली की सड़कों पर बसों की भारी कमी हो गई है. दैनिक यात्रा करने वाले लोगों के साथ अन्य यात्रियों को इस वजह से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
लोगों को बस न मिल पाने के कारण अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए ऑटो-कैब आदि विकल्पों का सहारा लेना पड़ रहा है, जो यात्रियों की जेब पर भारी भी पड़ रहा है. दिल्ली सरकार और क्लस्टर बस संचालकों के बीच 10 साल पहले एक कॉन्ट्रैक्ट हुआ था, जिसके तहत 7 डिपो में 997 बसों का संचालन क्लस्टर बस संचालक द्वारा किया जा रहा था. अब यह कॉन्ट्रैक्ट 19 जून को समाप्त हो रहा है.
अदालत के आदेश पर एक माह के बढ़ा कॉन्ट्रैक्ट
बस ऑपरेटरों की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने फिलहाल कॉन्ट्रक्ट को एक महीने बढ़ाने के आदेश जारी कर परिवहन विभाग से जवाब भी मांगा है. बस ड्राइवर और कंडक्टरों की नौकरी पर तलवार लटकने के कारण छह दिनों पहले यानी 8 जून से कंडक्टर हड़ताल पर है. डिम्ट्स के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया उनसे बात कर उन्हें हड़ताल खत्म करने के लिए समझाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन कर्मचारी लिखित में नौकरी दिए जाने का आश्वासन चाहते हैं, जो संभव नहीं है. कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हुआ तो फिर कंपनी के पास काम ही नहीं बचेगा.
सात में से छह डिपो के कर्मचारी हड़ताल पर
हड़ताल की शुरुआत दिलशाद गार्डन, सीमापुरी और राजघाट डिपो से हुई थी, जहां बसों का संचालन बंद कर दिया गया. इसके बाद इसके बाद बीबीएम-2 और ओखला डिपो में भी हड़ताल शुरू हो गई. जबकि गुरुवार से दिचाऊं कलां डिपो में भी काम बंद कर कंडक्टर हड़ताल में शामिल हो गए. इस तरह अब तक छह डिपो में हड़ताल हो चुकी है, और इन डिपो से संचालित होने वाली साढ़े 600 बसें सड़क से हट चुकी हैं. दिन पर दिन कम होती क्लस्टर बसों की संख्या से बस यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इन रूटों से बसों के हटने पर बढ़ी परेशानी
आनंद विहार से पंजाबी बाग, कश्मीरी गेट से मंगलापुरी, पुरानी दिल्ली से नरेला, महरौली से आनंद विहार, सराय काले खान से नंद नगरी, इंदरपुरी से झील टर्मिनल, कश्मीरी गेट से बदरपुर बॉर्डर, सचिवालय से मादीपुर, आनंद विहार से कश्मीरी गेट, सचिवालय से वेस्ट एन्क्लेव, अलीपुर से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली से नरेला, आनंद विहार से शाहबाद डेरी, पुरानी दिल्ली से नरेला, पुरानी दिल्ली से ताजपुर गांव, मोरीगेट से चौहान पट्टी, आनंद विहार से मोरीगेट, आनंद विहार से त्रिनगर, जयमाता मार्केट, सीमापुरी से कमला मार्केट नई दिल्ली, शिवाजी स्टेडियम से झरोदा गांव, मोरीगेट से अंबेडकर नगर, मोरी गेट से कालकाजी, आनंद विहार से अंबेडकर नगर, आनंद विहार से महरौली आदि.