पहले काटा टिकट फिर 24 घंटे में रूठे को मनाया, BJP के लिए कितने जरूरी हैं मोहन सिंह बिष्ट?
Delhi Assembly Election 2025: मोहन सिंह बिष्ट को बीजेपी ने मुस्तफाबाद से टिकट दिया है. मुस्तफाबाद का अधिकांश हिस्सा परिसीमन के बाद करावल नगर विधानसभा सीट से बनाया गया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने करावल नगर से मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काटकर कपिल मिश्रा को मैदान में उतारा. बीजेपी ने मोहन सिंह बिष्ट को अब करावल नगर के बगल वाली सीट मुस्तफाबाद से टिकट दिया. जब टिकट कटा तब मोहन सिंह बिष्ट की नाराजगी की खबरें भी सामने आईं. उन्होंने कपिल मिश्रा को उलटा सीधा भी बोल दिया.
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में रो पड़े थे मोहन सिंह बिष्ट
इस नाराजगी को शांत करने के लिए बीजेपी ने आखिरकार उन्हें मुस्तफाबाद से 1 दिन के अंदर उम्मीदवार भी घोषित कर दिया. मोहन सिंह बिष्ट ने करावल नगर से टिकट कटने पर अपना दर्द भी एबीपा न्यूज़ से साझा किया था और इस दौरान वो रो पड़े थे. उन्होंने कहा था कि जब आप ईमानदारी से मेहनत करते हैं और मन मुताबिक रिजल्ट ना मिले तो दुख होता है.
मुस्तफाबाद सीट पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मोहन सिंह बिष्ट के टिकट कटने और फिर मुस्तफाबाद से उन्हें चुनाव लड़ाने के पीछे वरिष्ठ पत्रकार राकेश शुक्ला का कहना है कि मुस्तफाबाद में उत्तराखंड के वोटर्स हैं. इसीलिए मोहन बिष्ट को बीजेपी ने वहां चुनाव में उतारा है. दिल्ली में 35 लाख के करीब उत्तराखंडी वोटर्स हैं. उत्तराखंड के वोटर्स पटपड़गंज, बुराड़ी, करावल नगर और मुस्तफाबाद में प्रभावी हैं. जितने वोटर करावल नगर में हैं उतने ही वोटर करीब मुस्तफाबाद में भी हैं. पटपड़गंज में मनीष सिसौदिया के बहुत कम वोट से जीतने का कारण यह भी था कि वहां जो पहाड़ी वोटर्स थे वो बीजेपी के रविंद्र नेगी के साथ गए थे. इसलिए हार जीत का अंतर बहुत कम रह गया था. इसीलिए मनीष सिसौदिया पटपड़गंज की जगह जंगपुरा सीट पर चले गए. बीजेपी ने पटपड़गंज से रविंद्र नेगी को ही मैदान में उतारा है. यहां से आप ने अवध ओझा को टिकट दिया है.
2015 में कपिल मिश्रा ने मोहन बिष्ट को दी थी मात
मोहन बिष्ट का टिकट इसलिए काटा गया क्योंकि 2015 में उन्हें कपिल मिश्रा ने हराया था. वैसे मोहन बिष्ट करावल नगर से बीजेपी के कद्दावर नेता हैं. बीजेपी के 5 बार के विधायक हैं. उनको मुस्तफाबाद इसलिए दिया गया क्योंकि वो पड़ोस की ही सीट है. दूसरा कारण पिछला चुनाव कपिल मिश्रा मॉडल टाउन से लड़े थे और वो वैश्य -पंजाबी समाज वाला क्षेत्र है. और वहां से कपिल मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा था. कपिल मिश्रा एक बार करावल नगर से चुनाव जीत चुके हैं इसलिए टिकट दिया गया.
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