Delhi: दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और लोगों से फीडबैक लेने के लिए मंगलवार को डीटीसी बस में यात्रा की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि वे दिल्ली के लोगों से अपील करते हैं कि जितना हो सके सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी. कैलाश गहलोत ने कहा कि 23 जनवरी को हम 300 और इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाएंगे. ऐसे में जल्द ही हम 1800 से 2000 का आंकड़ा छू लेंगे.
परिवहन मंत्री ने कहा कि इसका उद्देश्य परिवहन व्यवस्था में सुधार करना है और 1,300 इलेक्ट्रिक बसों के साथ दिल्ली एकमात्र ऐसा शहर है, जिसके पास इतना बड़ा इलेक्ट्रिक बस बेड़ा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ावा देने का मकसद ये है कि प्रदूषण को कम करना है.
दिसंबर में 500 इलेक्ट्रिक बसों को दिखाई गई थी हरी झंडी
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर महीने में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 500 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई थी. इसी के साथ दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 1,300 हो गई थी. इस मौके पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा था कि ये 500 बसें शहर में प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद करेंगी.
वहीं परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा था कि दिल्ली में अब देशभर से सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें हैं. जनवरी 2022 से 800 बसें पहले ही चालू हो चुकी हैं. ये पर्यावरण-अनुकूल बसें अब तक 42 मिलियन किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुकी हैं, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 34,000 टन की कमी आई है. प्रदूषण को कम करने और सार्वजनिक परिवहन को अधिक टिकाऊ बनाने के लिए शहर में 2025 तक 10,480 इलेक्ट्रिक बसें चलाने का लक्ष्य है.
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