Delhi Electricity Cut: "आपने अब तक अपने बिजली के बिल का भुगतान नहीं किया है, जल्दी भुगतान करें नहीं तो आपकी बिजली कट जाएगी."  पिछले कुछ समय से ऐसे मैसेज लोगों के मोबाइल और वाट्सएप पर आ रहे हैं. इस मैसेज से कई लोग कंफ्यूज हो रहे हैं, तो कुछ इसे अनदेखा कर देते हैं. अगर आपके फोन पर भी ऐसे मैसेज आ रहे हैं, तो जान लीजिए क्या है, पूरा मामला?  दरअसल, बिजली कनेक्शन काटने या बकाए के भुगतान के लिए आपके पास मैसेज आ रहे हैं, तो हो जाइए सावधान, क्योंकि आप भी हो सकते हैं साईबर ठगों के अगले शिकार! क्योंकि ये मैसेज बिजली विभाग ने नहीं बल्कि उन शातिर ठगों ने भेजा है, जो बिजली का बिल भरने में आपकी मदद नहीं बल्कि आपको बेवकूफ बना कर आपके बैंक बैलेंस को खाली करना चाहते हैं.


लिंक भेज कर उड़ाए लाखों रुपये
दरअसल, ऐसे साइबर ठग मैसेज में दिए नंबर और लिंक के जरिए आपके बैंक एकाउंट को खाली कर देते हैं. जी हां आजकल साइबर ठगी के लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. एक ऐसा ही मामला सामने आया था शाहदरा के ईस्ट अर्जुन नगर में जहां ठगों ने एक डॉक्टर एम एम गोविल को पिछले साल अगस्त के महीने में उनकी बिजली काटे जाने का मैसेज भेजा था. जब वो आराम से एसी कमरे में बैठ कर उस वक़्त की उमस भरी गर्मी से राहत पा रहे थे. इस पर उन्होंने मैसेज में दिए गए नम्बर पर कॉल किया. इसके बाद ठगों ने उन्हें एक लिंक भेज कर एप डाऊनलोड करवाया और उनके खाते से साढ़े 05 लाख से ज्यादा रुपये उड़ा दिए.


झारखंड के रामगढ़ से आरोपी गिरफ्तार
इसके बाद पीड़ित डॉक्टर ने शाहदरा साइबर थाने की पुलिस को 6 अगस्त को इसकी शिकायत दी. इस मामले में एसीपी संजय कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर अवधेश कुमार की टीम ने झारखंड के रामगढ़ से मोहित गुप्ता नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने रामगढ़ से ही मनोज केसरी, रूपेश और शाहनवाज उर्फ दानिश को भी गिरफ्तार कर लिया था और उनसे क्रेडिट कार्ड और वारदात में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किया था.


साइबर पुलिस को मिली चुकी हैं कई शिकायतें
स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट को ऐसी कई शिकायतें मिली हैं। एक दूसरे मामले में वसंत कुंज की रहने वाली महिला के पति के मोबाइल पर ऐसा ही मैसेज आया था. इसमें दिया गया था कि बिल भुगतान नहीं होने पर कनेक्शन काट दिया जाएगा. फोन करने पर नंबर नहीं मिला और बाद में दूसरे नंबर से उनको फोन आया. फोन करने वाले शख्स ने खुद को बीएसईएस कर्मी बताया. ठग ने उनको कनेक्शन कटने का डर दिखाकर एनी डेस्क ऐप डाउनलोड करा दिया. इसके बाद फोन का कंट्रोल ठग के हाथ में आ गया. इसके बाद उनके अकाउंट से तीन बार में करीब पंद्रह लाख रुपये कट गए. ऐसे कई केस साइबर सेल को मिले हैं.


'झांसे में ना आएं'
बीएसईएस के अधिकारियों के अनुसार, वॉट्सऐप पर बिजली का बिल बकाया होने पर कनेक्शन काटने वाला मैसेज फेक है. बीएसईएस की तरफ से इस तरह से कोई मैसेज नहीं भेजा जाता है. बिल भुगतान नहीं होने पर या तो नोटिस भेजा जाता है या फिर टीम जाती है. इस तरह का फर्जीवाड़ा काफी हो रहा है. वहीं इस तरह की ठगी को लेकर एबीपी न्यूज की टीम ने साइबर मामलों के एक्सपर्ट हिमांशु वर्मा से बात कर जानने की कोशिश की कि कैसे लोग इस तरह के ठगों के शिकार होने से बच सकते हैं. सात ही कैसे पता करें कि बिजली बिल को लेकर भेजा जाने वाला मैसेज बिजली विभाग ने नहीं बल्कि ठगों ने भेजा है. इस पर उन्होंने बताया कि बिजली विभाग या बीएसईएस कभी भी ऐसे मैसेज नहीं भेजती है. जिसमें बिल का भुगतान न करने पर रात के इतने बजे बिजली कट जाने के बारे में लिखा हो.


क्या कहा एक्सपर्ट ने?
वहीं कभी-कभी बिल से संबंधित मैसेज विभाग के द्वारा जरूर भेजा जाता है, लेकिन उनका सिस्टम जेनरेटेड होता है और वो किसी नम्बर से नहीं बल्कि विभाग के नाम से आया टेक्स्ट मैसेज होता है, वाट्सएप मैसेज नहीं. इसके अलावा आज कल ठगों द्वारा भेजे जा रहे मैसेज में ध्यान से देखने पर स्पेलिंग मिस्टेक्स का पता चलेगा और वो मैसेज एक फ्लो में भी नहीं होते हैं. ऐसे मेसेज में न तो कोई कंज्यूमर नम्बर होते हैं और न ही बिल से सम्बंधित जानकारी, तो अगर आपको ऐसे मैसेजेस आ रहे हैं, तो सावधान हो जाइए. सबसे पहले तो अपने बिल का स्टेटस चेक कीजिये. ऐसे ही किसी भी मैसेज को देख कर बिना सोचे-समझे बिजली के बिल के भगतान के लिए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें और ना ही किसी भी तरह के थर्ड पार्टी एप को डाऊनलोड करें.



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