Delhi Air Pollution: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने कहा कि वायु प्रदूषण के मुद्दे पर कल दिल्ली के सभी विभागों की संयुक्त बैठक होगी. इसका मुख्य कारण पराली जलाना है. उन्होंने बताया कि रविवार को लगभग 400 स्थानों पर पराली जलाने की सूचना मिली थी. इसे प्रतिबंधित करने की आवश्यकता है. इससे पहले रविवार यानी सात नवंबर को गोपाल राय ने केंद्रीय पर्वायरण मंत्री भूपेंद्र यादव से पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं से संबंधित पड़ोसी राज्यों के साथ आपातकालीन बैठक बुलाने की मांग की थी.


दिल्ली की एयर क्वालिटी 'बहुत खराब' श्रेणी में


बता दें कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार तीन दिन तक ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने के बाद, सोमवार सुबह थोड़े सुधार के बाद ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई), दिल्ली में सुबह नौ बजकर पांच मिनट पर 385 था. नोएडा, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा में यह क्रमश: 406, 363, 296 दर्ज किया गया. एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.


रविवार को एयर क्वालिटी 'गंभीर श्रेणी' में रही


अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में रही, जिसके लिए मुख्यतौर पर पराली जलाने के अधिक मामले होना जिम्मेदार रहा. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों अनुसार, रविवार रात आठ बजे एक्यूआई 416 था.


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