Delhi Fire News: हर साल दिवाली की रात आग की घटनाओं का सामने आना कोई बड़ी बात नहीं है. इस बार दीपावली के मौके राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ सालों की तुलना में ज्यादा आतिशबाजी की हुई. इसका सीधा असर यह देखने को मिला कि एक ही रात में दिल्ली में आग (Delhi Fire) की 320 घटनाएं हुईं, जिसने पिछले दस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया.
दिल्ली फायर सर्विस डिपार्टमेंट के मुताबिक दिवाली की रात (31 अक्टूबर) को आग लगने की भारी संख्या में सूचना मिली. दमकल विभाग को रात में कुल 320 आग की घटनाओं की लोगों ने कॉल के जरिए जानकारी दी, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा है.
इमरजेंसी कॉल ने फायरकर्मियों को किया पेरशान
दिल्ली फायर सेवा विभाग के मुताबिक दिवाली की रात आग की सैकड़ों इमरजेंसी कॉल आने के बाद 3 लोगों की मौत और 12 लोग घायल हुए हैं. आग की घटनाओं की सूचना की वजह से रात भी दिल्ली के अलग-अलग फायर स्टेशनों पर कर्मचारी परेशान रहे. कुछ समय के लिए तो आग लगने की घटनाओं में तेजी बढ़ोतरी के बाद दमकल कर्मी सकते में भी आ गए.
दिल्ली फायर सर्विसेज के डीजी अतुल गर्ग के अनुसार आधी रात से सुबह छह बजे के बीच आग लगने 158 इमरजेंसी कॉल मिली. जबक शाम 5 बजे से आधी रात के बीच 192 घटनाएं हुईं. कुल मिलाकर 300 से ज्यादा घटनाएं हुईं. डीजी गर्ग के मुताबिक गनीमत यह रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
नोएडा और गाजियाबाद में दीवाली पर हुए हादसे
दिल्ली से सटे नोएडा के ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुपरटेक ईकोविलेज सोसाइटी की 17वीं मंजिल पर भी आग लग गई थी. जिस पर फायर ब्रिगेड की टीम ने समय रहते काबू पा लिया. जबकि गाजियाबाद के इंदिरापुरम में ज्ञान खंड III के एक फुटवियर की दुकान में भीषण आग लग गई. इस घटना में एक फ्लैट भी आग की चपेट में आ गया. फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की कोशिश की और समय रहते वहां फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. शॉर्ट सर्किट और पटाखों को इस आग का कारण माना जा रहा है.
किस वर्ष आए कितने फायर कॉल?
बता दें कि दिवाली की रात साल 2023 में 208, 2022 में 201, 2021 में 152, 2020 में 205, 2019 में 245, 2018 में 271, 2017 में 204, 2016 में 243 और 2015 में 290 इमरजेंसी कॉल मिलीं थी.