Delhi News: दो साल पहले जब कोरोना की शुरुआत थी और दिल्ली में एक भी मामले का पता नहीं चला था तब दिल्ली में पाए गए कोरोना वायरस के सबसे पहले मरीज का कहना है कि मेरे दोस्त अभी भी मजाक करते हैं कि मैं दिल्ली में कोरोना (coronavirus) लेकर आया. बता दें कि तब कोरोना सिर्फ चीन और इटली समेत कुछ देशों में पाया जा रहा था और भारत में इसके कम मामले आ रहे थे. इस बीमारी के इलाज के बारे में डॉक्टरों को भी ज्यादा जानकारी नहीं थी. 


कैसे पता चला कोरोना का
47 साल के रोहित दत्ता में दो साल पहले एक मार्च को दिल्ली में सबसे पहले कोविड संक्रमण का पता चला था. दत्ता पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार के फेज-2 के रहने वाले हैं. वे 25 फरवरी 2020 को इटली से लौटे थे. इसके बाद उन्हें बुखार आने लगा तो वे डॉक्टर के पास गए थे. इसके बाद उन्हें फिर से 28 फरवरी को बुखार हुआ तो 29 फरवरी को उनका कोविड टेस्ट कराया गया जिसके बाद 1 मार्च को उनकी कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. 


लोगों की सोच से लड़ना था-दत्ता
दत्ता का कहना है कि उन्हें करोना संक्रमण हो गया है इसके बारे में जानकर उन्हें बहुत खराब लगा क्योंकि इससे एक स्टिग्मा जुड़ा हुआ था. भले ही मैं दो सप्ताह में ठीक हो गया लेकिन मुझे बीमारी से ज्यादा इस बीमारी को लेकर लोगों की सोच से लड़ना था. बता दें कि इसके बाद देशभर में राज्यों में लगातार कोरोना के मामले सामने आने लगे थे और देशभर में लॉकडाउन लगा दिया गया था. शुरुआत में जब बहुत कम मरीज मिल रहे थे इस बीमारी को लेकर लोगों में दहशत थी.


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