Delhi News: दिल्ली के पब्लिक ट्रांसपोर्ट बस बेड़े (Public Transport Bus Fleet)  में सोमवार यानी आज 100 और बसें शामिल होने के बाद राजधानी में कुल बसों की संख्या 7,000 हो जाएगी जो काफी बड़ा आंकड़ा है.  बता दें कि इस बेड़े में 100 सीएनजी (CNG) से चलने वाली लो-फ्लोर, एसी सीएनजी बसें क्लस्टर योजना शामिल की गई हैं. वहीं राष्ट्रीय राजधानी की दूसरी इलेक्ट्रिक बस (Electric Bus) भी सोमवार को दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के बेड़े में शामिल होने जा रही हैं.


 गौरतलब है कि जनवरी के महीने में शहर के सार्वजनिक परिवहन बस बेड़े में 6,900 बसों थी. जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 100 एसी सीएनजी बसों को हरी झंडी दिखाई. उसी महीने, दिल्ली के निर्माता जेबीएम की पहली प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बस को भी सीएम ने हरी झंडी दिखाई थी.


दिल्ली की पहली ई-बस रूट नंबर ई-44 पर संचालित की जा रही है


वहीं टीओआई में छपी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि सोमवार को 100 एसी सीएनजी बसों को हरी झंडी दिखाई जा रही है और निर्माता टाटा मोटर्स की दूसरी प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बस भी लॉन्च होने जा रही है.  बता दें कि दिल्ली की पहली ई-बस रूट नंबर ई-44 पर संचालित की जा रही है. ये सर्कुलर बस सेवा डीटीसी के इंद्रप्रस्थ डिपो से शुरू और समाप्त होती है. वहीं  डीटीसी के बेड़े में जल्द ही कुल 300 ई-बसें भी शामिल होने जा रही हैं और इनमें जेबीएम और टाटा मोटर्स दोनों की ई-बसें शामिल हैं.


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दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन बसों के बेड़े में आज 100 और बसें हुई शामिल


वर्तमान में, दिल्ली में लगभग 6,900 सार्वजनिक परिवहन बसें चल रही हैं, जो राज्य परिवहन विभाग द्वारा हासिल की गई अब तक की सबसे अधिक संख्या है. इससे पहले, 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान दिल्ली में लगभग 6,000 डीटीसी बसें उपलब्ध थीं. 100 और बसों के शामिल होने के साथ, यह संख्या अब 7,000 बसों के एक और उच्च स्तर को पार कर जाएगी.


नई बसों में क्या-क्या है सुविधा


बता दें कि शामिल की जा रही एसी सीएनजी बसें भारत स्टेज VI उत्सर्जन मानक के अनुरूप हैं, और हीटिंग वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग (HVAC) प्रणाली से सुसज्जित हैं. इनके अलावा इमरजेंसी होने पर इन बसों में लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के साथ ही महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और हूटर के साथ पैनिक बटन भी लगे हैं. नियंत्रण कक्ष, बसों की लाइव ट्रैकिंग के लिए जीपीएस यूनिट आदि के साथ दोतरफा संचार होगा.


गौरतलब है कि आने वाले वर्षों में, दिल्ली सरकार की कुल 2,000 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने की योजना है. नई बसें शून्य टेलपाइप उत्सर्जन के साथ 100% इलेक्ट्रिक हैं और 300 बसों के कुल बेड़े में से 100 बसें मुंडेला कलां के एक डिपो से, 50 बसें राजघाट से और 150 बसें रोहिणी सेक्टर 37 में बनाए जा रहे डिपो से संचालित होंगी.


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