Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में सब्जी चावल दाल दवाइयां कुछ प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक सामान दूसरे राज्यों से सप्लाई किए जाते हैं, जबकि दिल्ली में बाढ़ के कहर के बाद राजधानी में भारी वाहनों की एंट्री को निर्धारित समय के लिए रोक दिया गया है. माना जा रहा है कि राजधानी दिल्ली में भारी वाहनों की एंट्री ज्यादा समय तक प्रतिबंधित रही तो आवश्यक सामानों के लिए लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. भारी वाहनों पर रोक से दूसरे राज्यों से आने वाला सामान का दिल्ली के बाजारों तक नहीं संभव नहीं होगा.


दिल्ली में बढ़ते यमुना जल स्तर के बाद जगह-जगह पानी पहुंच चुका है, इससे आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है. डीडीएमए की प्रमुख बैठक में शिक्षण संस्थानों को 16 जुलाई तक बंद करने के साथ-साथ सरकारी व निजी क्षेत्रों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम और प्रमुख शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक जैसे निर्णय लिए गए हैं. दूसरे राज्यों से आने वाले बड़े वाहन  जो कश्मीरी गेट बस अड्डे की तरफ आते हैं, उन्हें सिंधु बॉर्डर पर ही रोकने का निर्देश दिया गया है. वहां से अंदर आने के लिए दिल्ली की डीटीसी बसें उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके अलावा, बदरपुर बॉर्डर, लोनी, चिल्ला से केवल आवश्यक सामानों को लाने वाले निर्धारित गाड़ियों को एंट्री दी जा रही है.


हर रोज दिल्ली के बाजारों तक पहुंचती हैं हजारों गाड़ियां 


दिल्ली में एक बड़ी आबादी रहती है जो दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाले मूलभूत सामानों पर काफी हद तक निर्भर रहती है. इसके अलावा, ऑल इंडिया मोटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के बाजारों और मंडियों में रोजाना लगभग हजारों ट्रक प्रवेश करता है, जिसमें सब्जी अनाज, दवाइयां व अन्य आवश्यक वस्तुएं होती हैं. मौजूदा स्थिति में दिल्ली में प्रवेश करने वाले ऐसे वाहनों की संख्या 15% से 20% ही है. ऐसे में आने वाले समय में सप्लाई कम होने पर आवश्यक सामानों की आपूर्ति पर सीधा असर पड़ सकता है. वैसे विभाग की तरफ से स्पष्ट दिशा निर्देश है कि यमुना का जलस्तर कम होने के बाद बड़े गाड़ियों के शहर में प्रवेश को पुनः शुरू कर दिया जाएगा.


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