Delhi Flood News: देश की राजधानी दिल्ली में यमुना का पानी खतरे के निशान से करीब 3 मीटर ऊपर बह रहा है. इस कारण नदी किनारे बसे दिल्ली के 22 इलाकों में जलभराव हो गया. आलम ये है कि लोगों को अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर दूसरे इलाकों में पनाह लेनी पड़ रही है. बाढ़ के कारण लोगों के खाने-पीने का भी संकट खड़ा हो गया है. इन हालात से निपटने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में गुरुवार को DDMA की बैठक की गई है, जिसमें 4-लेयर फॉर्मूला तैयार किया गया है.
सीएम ने बताया पूरा प्लान
आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पूरे प्लान की जानकारी दी है. सीएम केजरीवाल ने कहा, 'यमुना में जलस्तर बढ़ने के बाद पैदा हुए हालात पर आज DDMA की बैठक हुई. दिल्ली में सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को रविवार तक के लिए बंद किया जा रहा है. सभी नॉन एसेंशियल सरकारी दफ्तरों को वर्क फॉर्म होम से किया जा रहा है. प्राइवेट ऑफिस को भी वर्क फ्रॉम होम लागू करने की एडवाइजरी जारी की जा रही है. साथ ही वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से पानी की सप्लाई 25 प्रतिशत तक प्रभावित होगी. इसलिए पानी की राशनिंग की जाएगी. दिल्ली में जरूरी सेवाओं वाले बड़े वाहनों को ही आने की इजाजत दी जाएगी. उम्मीद है कल से पानी का स्तर कम होना शुरू हो जाएगा.
इन इलाकों में भरा पानी
दिल्ली के यमुना बाजार, आईएसबीटी क्षेत्र, मठ बाजार, निगमबोध घाट, मजनू का टीला, जौहरी फार्म, ओखला, खड्डा कॉलोनी, बाटला हाउस, बोट क्लब, पुराने रेलवे ब्रिज के पास नीली छत्री मंदिर, गीता घाट, विश्वकर्मा खड्डा कॉलोनी, गढ़ी मांडू, मजनू का झुकाव पी वजीराबाद खंड, उस्मानपुर, बदरपुर खादर, डीएनडी, मयूर विहार के निचले इलाके, जगतपुर में मुख्य यमुना मार्ग, पुराना किला, बेलापुर शमसान घाट, सराय काले खां, जैन मंदिर, ग्यासपुर, मिलेनियम डिपो स्लम क्षेत्र में जलभराव की वजह से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.