Kailash Gahlot Resigns: दिल्ली के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने बुधवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व नेता ने विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंप दिया. गहलोत ने अपने त्यागपत्र में आप के नेतृत्व को लेकर असंतोष व्यक्त किया.
उन्होंने कहा, मैंने 17 नवंबर को दिल्ली के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और उसी दिन मैंने आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था. मैं अब दिल्ली विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा देता हूं. उन्होंने आग्रह किया कि इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार किया जाए.
पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधायक रहे कैलाश गहलोत ने आरोप लगाया कि पार्टी अपने नैतिक मूल्यों से भटक गई है. उन्होंने कहा, इस वजह से उनके लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल हो गया था. कैलाश गहलोत ने 17 नवंबर को दिल्ली के परिवहन मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और आप की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी थी.
कुछ दिन पहले BJP में हुए थे शामिल
इसके अगले दिन वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए थे. उनके जाने से आप ने अपना एक प्रमुख ग्रामीण नेता खो दिया है, जिससे बाहरी दिल्ली के जाट क्षेत्र में उसकी पकड़ पर सवाल उठ रहे हैं. बीजेपी में शामिल होने के बाद गहलोत ने कहा था कि, कुछ लोग सोच रहे होंगे कि यह फैसला रातोंरात और किसी के दबाव में लिया गया था.
उन्होंने कहा, "मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैंने आज तक कभी किसी के दबाव में कुछ नहीं किया. मैं सुन रहा हूं कि एक कहानी बनाने की कोशिश की जा रही है कि यह ईडी और सीबीआई के दबाव में किया गया था, लेकिन यह सब गलत है."
गहलोत ने दिल्ली सरकार पर 'अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में' खर्च करने और यमुना नदी की सफाई में विफल रहने का आरोप भी लगाया. बता दें आप नेताओं ने कहा कि गहलोत ईडी और सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं और उनके पास बीजेपी में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
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