Delhi Fraud: ठग गिरोह के तीन एजेंट गिरफ्तार, विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे धोखाधड़ी
Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ठग गिरोह के नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में जुटी हुई है. गिरोह के तीन एजेंटों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ. विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी होती थी.
Delhi Fraud Case: दिल्ली पुलिस ने विदेश में नौकरी के नाम पर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन एजेंटों को गिरफ्तार किया है. एजेंटों की पहचान अक्षय कुमार, मान सिंह और नछत्तर सिंह के तौर पर हुई है. तीनों पंजाब के नवान शहर, लुधियाना और बरनाला जिले के रहने वाले हैं. डीसीपी उषा रंगनानी के मुताबिक, 21-22 मई की दरम्यानी रात चार भारतीय नागरिक देवेंद्र सिंह, हीरा सिंह, पवनदीप सिंह और करम सिंह अर्मेनिया से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे.
अराईवल इम्मीग्रेशन पर क्लियरेंस के दौरान यात्रा दस्तावेजों की जांच की गयी. जांच में पासपोर्ट पर संदेह हुआ. पासपोर्ट से छेड़छाड़ की पुष्टि देवेंद्र सिंह और हीरा सिंह के मोबाइल की तस्वीरों से हुई. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने चारों यात्रियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ज्यादा पैसे कमाने और बेहतर जिंदगी जीने की चाह में विदेश जाना चाहते थे. विदेश में नौकरी दिलाने के लिए एजेंटों से संपर्क साधा गया.
विदेश में नौकरी के नाम पर ठग गिरोह का खुलासा
देवेंद्र सिंह और पवनदीप सिंह ने एजेंट अक्षय कुमार से मुलाकात की. हीरा सिंह और करम सिंह की मुलाकात एजेंट मान सिंह एवं नछत्तर सिंह से हुई. एजेंटों ने ग्रीस में जॉब दिलाने का भरोसा दिया. बतौर अग्रिम राशि चारों ने एजेंटों के बताये गए खाते में 3-3 लाख रुपये डिपॉजिट कराए. एजेंटों ने डील के अनुसार आर्मेनियन वीजा और टिकट की व्यवस्था की. सितंबर 2023 में अर्मेनिया पहुंचने के बाद अन्य एजेंटों ने ठहरने की व्यवस्था की. मोहसिन खान नामक एजेंट के बताये गए बैंक खाते में उन्होंने 3-3 लाख रुपये जमा किये.
सभी के लिए ईरान का टिकट और वीजा ऑन अराइवल की व्यवस्था की गयी. 21 मई 2024 को ईरान के तेहरान शहर पहुंचने पर एक और एजेंट अरमान उर्फ हुसैन से मुलाकात हुई. उसने खाते में एक-एक लाख रुपये जमा करवाये. अरमान ने सभी के पासपोर्ट ले लिए और ग्रीस वीजा की व्यवस्था करने के बाद और पैसों की मांग करने लगा. उन्होंने देने से मना कर दिया. एजेंट अरमान ने पासपोर्ट से ग्रीस वीजा को निकालकर वापस कर दिए. उन्होंने खुद एग्जिट वीजा की व्यस्था की और अधिक समय तक रहने के अपराध का जुर्माना भरकर वापस इंडिया लौट आए.
पंजाब के रहने वाले तीन एजेंटों को किया गिरफ्तार
यात्रियों से जानकारी मिलने के बाद पुलिस एजेंटों की तलाश में लगी हुई थी. आखिरकार टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर टीम ने तीनों एजेंटों को छापामार कर दबोच लिया. आरोपियों ने बताया कि आसानी से पैसे कमाने की चाह में लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने लगे. पुलिस गिरोह के साथियों मोहसिन खान एवं अरमान उर्फ हुसैन की तलाश कर पूरे नेटवर्क का खुलासा करने में जुट गई है.