Delhi Crime News: दिल्ली में करोड़ों की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. हौज खास में रहने वाले शख्स ने 6 करोड़ रुपये गंवा दिये. साइबर ठगों ने द्वारका के डॉक्टर को 82 लाख का चूना लगा दिया. पीड़ितों के फोन पर अज्ञात नम्बर से मैसेज आया था. जालसाजों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से स्टॉक मार्केट में निवेश पर मोटा मुनाफे का लालच दिया. उन्होंने खुद को स्टॉक मार्केट का विशेषज्ञ बताया. भरोसा जीतने के बाद पीड़ितों से एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा गया.


शिकायकर्ता ने कहा कि एप्लीकेशन वास्तविक स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जैसा लग रहा था. एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बात निजी जानकारियों को साझा किया गया. शुरुआत में 5,000 रुपये और फिर 20,000 रुपये इन्वेस्ट किए. मुनाफा मिलने पर पीड़ितों को विश्वास हो गया कि एप्लीकेशन स्थापित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है. पीड़ित को व्हाट्सऐप संदेश मिला. संदेश में बताया गया कि नए आईपीओ के लिए आवेदन सफल हो गया है. आईपीओ में निवेश करने से 140 फीसद तक का लाभ मिल सकता है.


डॉक्टर समेत साइबर ठगों के शिकार बने दो लोग


साइबर ठगों ने 50 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए राजी कर लिया. शिकायतकर्ता ने फर्जी आवेदन पर लाभ की समीक्षा की. उसने देखा कि चार करोड़ रुपये से अधिक हो गया था. लेकिन उसे कभी भी लाभ की राशि निकालने की अनुमति नहीं दी गई. लिहाजा धोखाधड़ी का एहसास हुआ. उसने दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन और स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट में शिकायत दर्ज कराई. द्वारका का डॉक्टर भी साइबर ठगों के झांसे में आ गया. उन्होंने डॉक्टर के सामने खुद को वित्तीय सलाहकार के रूप में पेश किया.


ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप से मुनाफे का मिला लालच


शिकायतकर्ता ने बताया कि सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कथित वित्तीय सलाहकार के संपर्क में आये थे. दावा किया गया था कि यूएसए की एक प्रतिष्ठित फर्म है. इंटरनेट पर फर्म के बारे में सर्च किया. आधिकारिक साइट पर 'फर्म का नाम' पाने के बाद लग गया कि फर्म वास्तविक और वैध है. इसलिए व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ गया. ग्रुप में शामिल होने के बाद  अलग-अलग मोबाइल नंबरों से ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की जानकारी और सुझाव मिलने लगे.


शिकायतकर्ता ने बताया कि शुरुआत में छोटी रकम निवेश किया. निवेश पर अच्छा मुनाफा मिलने से हौसला बढ़ गया. डॉक्टर ने कहा कि बाद में फर्म के सदस्यों ने निवेश पर बड़ी रकम लगाने की सलाह दी. सुझाव पर 50 लाख रुपये उधार लेकर निवेश कर दिया. शिकायतकर्ता ने कहा कि इन्वेस्ट की गई पूरी राशि वापस लेने की कोशिश की, तो फर्म के प्रबंधकों से रिस्पॉन्स नहीं मिला. बार-बार प्रयास करने और अनुरोध करने के बावजूद भी जवाब नहीं मिला. ठगी का शक होने पर उन्होंने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.


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