Delhi G-20 Meeting: इस बार G-20 की मेजबानी की बागडोर भारत के हाथों में है. मार्च, जून और सितंबर 2023 में भारत की राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें दुनिया भर के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रतिनिधि, मेहमान भारी संख्या में शामिल होंगे, इसको लेकर अभी से तैयारियां तेज कर दी गई है. देश में कई ऐसे धरोहर हैं जो देश और राजधानी की शान को दर्शाते हैं, इन सभी के रेनोवेशन का काम बहुत तेजी से जारी है. खास तौर पर दिल्ली के कुछ इमारतों को उस आयोजन के लिए विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है.
ऐतिहासिक इमारतें होंगी दुनिया के केंद्र में
अगले साल होने वाले जी-20 सम्मेलन में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम, नेताओं और अधिकारियों के भ्रमण के अलावा महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की जाएंगी. जिसमें खासतौर पर दिल्ली की ऐतिहासिक धरोहर को केंद्र में रखा जाएगा. विदेशी मेहमान प्रतिनिधियों को इन धरोहरों पर भ्रमण भी कराया जा सकता है. जिसमें प्रमुख रुप से यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल दिल्ली के स्मारक हैं.
G-20 के प्रतिनिधि लाल किला, हुमायूं का मकबरा, पुराना किला, कुतुब मीनार, सफदरगंज स्मारक के साथ अन्य स्थलों पर भी ये मेहमान भ्रमण करने के लिए जा सकते हैं. इसको लेकर परिसर में साफ-सफाई, आकर्षण बनाने का कार्य के साथ जरूरी सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए एएसआई अधिकारी और क्षेत्रीय प्रशासन द्वारा भी हर 10 से 15 दिनों पर बैठकें की जा रही है. प्रशासन ने इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिया है कि इस मामले में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
भारत में आयोजित G-20 का होगा ये विशेष थीम
दुनिया में आई आर्थिक अस्थिरता के बाद 2008 में जी-20 का गठन किया गया था, जिसमें 19 देश सहित यूरोपीय संघ भी शामिल है. इस बार इंडोनेशिया द्वारा भारत को इसकी कमान सौंपी गई है, जिसका थीम भारत की पहचान "वसुधैव कुटुंबकम- एक धरती एक परिवार एक भविष्य रखा गया है." वैसे इस दौर में पूरी दुनिया भारत की तरफ कई विषयों को लेकर एक आशा भरी निगाहों से देख रही है. वर्तमान समय में आर्थिक अस्थिरता के अलावा कई दूसरी चुनौतियों को लेकर उस संकट का समाधान मांग रही है. अब देखना होगा कि G-20 शिखर सम्मेलन आयोजन को भारत द्वारा कितना खास बनाया जाता है.
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