Delhi News: नई दिल्ली जिले के साइबर थाने की पुलिस ने ठगों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश करने में कमायाबी पाई है, जो भारत सरकार की आजीविका मिशन के नाम पर नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं को झांसे में लेकर रजिस्ट्रेशन जे नाम पर लाखों रुपये की ठगी को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने 4 टेलीकॉलर सहित कुल 6 आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी पाई है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जौहरीपुर के मास्टरमाइंड गजेंद्र उर्फ राज मेहरा और हापुड़, यूपी के राहुल सैनी के रूप में हुई है. इनके कब्जे से पुलिस ने 11 मोबाइल फोन, तीन एटीएम/डेबिट कार्ड और दो लैपटॉप बरामद किए हैं.


फर्जी वेबसाइट बनाकर करते थे ठगी
डीसीपी प्रणव तायल के अनुसार 17 मार्च को शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से शिकायत मिली थी कि कुछ लोगों ने नौकरी के इच्छुक युवाओं को ठगने के लिए फर्जी वेबसाइट बनाई है. इसमें उम्मीदवारों को पंजीकरण शुल्क के रूप में 1,625 रुपये जमा कर विभिन्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किये जा रहे हैं. शिकायत के आधार पर मंदिर मार्ग साइबर थाना में मामला दर्ज कर एसएचओ विजयपाल की देखरेख में गठित टीम को जांच और आरोपियों की पकड़ के लिए लगाया गया था.


मास्टरमाइंड सहित 6 को दबोचा
पुलिस टीम ने फर्जी वेबसाइट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन फीस जमा करने के लिए उपयोग किए गए बैंक एकाउंट की जानकारी प्राप्त की. इसकी जांच में बैंक एकाउंट के लक्ष्मी नगर में चल रहे एक कॉल सेंटर के होने का पता चला. इस पर पुलिस टीम ने छापेमारी कर गिरोह के मास्टरमाइंड गजेंद्र कुमार व राहुल सैनी को चार महिला टेलीकॉलर्स के साथ कॉल सेंटर से दबोच लिया.


300 से ज्यादा लोगों को बना चुके हैं शिकार 
आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि गजेंद्र बीमा पॉलिसी बेचने के लिए कॉल सेंटर चलाता था. ऐसे में जल्दी रुपये कमाने के लिए उसने नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं से धोखाधड़ी की योजना बनाई. इसके बाद जॉब पोर्टल से प्राप्त डेटा का उपयोग करके नौकरी चाहने वालों को कॉल करना शुरू कर दिया. इस तरह से आरोपियों ने अब तक 300 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है. इस मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.



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