Delhi News: बड़े और सस्ते लोन का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें बेवकूफ बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए उत्तरी जिले की साइबर सेल थाना की पुलिस टीम ने फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले मास्टरमाइंड सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. डीसीपी नॉर्थ सागर सिंह कलसी ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर से पुलिस टीम ने 188 मोबाइल 130 सिम कार्ड के अलावा लैपटॉप और अन्य सामान बरामद किया है जिनका इस्तेमाल फर्जीवाड़ा करने में किया जा रहा था.


पुलिस के अनुसार एसीपी ऑपरेशन धर्मेंद्र कुमार की देखरेख में साइबर सेल थाना के एसएचओ पवन तोमर, इंस्पेक्टर संदीप श्रीवास्तव सब इंस्पेक्टर रिचा हेड कांस्टेबल पंकज और सीमा की टीम ने इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करने में कामयाबी पाई है.


लोन के प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर ठगी
 अभी तक की पूछताछ में पता चला कि फर्जीवाड़ा गैंग का मास्टरमाइंड फैजल है, जो लगभग 2 साल से यह गोरखधंधा चला रहा था. यह गैंग पहले लोगों को इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर कॉल करता था जब वह मना करते तो, उन्हें लोन का ऑफर देता था. सस्ते लोन के चक्कर में लोग झांसे में आ जाते थे. यह गैंग उनसे पहले इंश्योरेंस पॉलिसी कराने के लिए कहता, फिर उस इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन दिलाने का झांसा देकर उनसे प्रोसेसिंग फीस और दूसरे कई तरह के चार्ज के बहाने लाखों की ठगी करता.


साइबर पुलिस ने नोएडा में मारा छापा
इसी तरह की ठगी से संबंधित एक शिकायत लगभग 10-12 दिन पहले उत्तरी जिला के साइबर थाने की टीम को मिली थी. उस मामले में फिर पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की और फिर टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर इस फर्जीवाड़े का पुलिस टीम को पता चला. पूरी पुलिस टीम ने छापा मारकर इस कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया और एक-एक करके तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा कि तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने कहा कि यह भी पता चला है कि अलग-अलग राज्यों के लोग इस फर्जीवाड़े का शिकार हुए हैं. 


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