दिल्ली वालों को मिली तीन और नई मोहल्ला क्लिनिक की सौगात, जानें क्या बोले मंत्री सौरभ भारद्वाज?
Saurabh Bhardwaj News: दिल्ली में तीन नए मोहल्ला क्लिनिक खोले गए हैं, जिससे अब कुल मोहल्ला क्लिनिक की संख्या 548 हो गयी है. इस मौके पर मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं पर बात की.
Delhi Mohalla Clinics: आम आदमी पार्टी की सरकार ने गुरुवार को दिल्ली की जनता को तीन और नए मोहल्ला क्लिनिक की सौगात दी है. तुगलकाबाद विधानसभा इलाके में बनाये गए इन तीनों मोहल्ला क्लिनिक का उद्घाटन दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने किया. इन तीनों क्लिनिक की शुरुआत के बाद अब दिल्ली के कुल मोहल्ला क्लिनिक की संख्या बढ़कर 548 हो गयी है.
इन क्लिनिकों में सभी तरह का इलाज निःशुल्क किया जाता है. आने वाले दिनों में दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में और भी मोहल्ला क्लिनिक खोले जाएंगे, जिनमें महिलाओं के लिए विशेष मोहल्ला क्लिनिक भी शामिल होंगे, जहां उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कर्मचारी समेत डॉक्टर भी महिलाएं ही होंगी.
'सभी मोहल्ला क्लिनिकों में अब तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इलाज कराया'
नवनिर्मित तीनों मोहल्ला क्लिनिक का दौरा कर मंत्री सौरभ भारद्वाज ने वहां मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और डॉक्टरों से बातचीत भी की. इस मौके पर उन्होंने एबीपी लाइव से बात करते हुए कहा कि, दिल्ली में इन तीनों नए मोहल्ला क्लिनिक को मिलाकर कुल 548 मोहल्ला क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है, जिससे दिल्ली के लोगों को काफी फायदा हो रहा है. पिछले कुछ साल में सभी मोहल्ला क्लिनिकों में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इलाज कराया है. प्रभावी इलाज मिलने से आम तौर पर महंगे प्राइवेट अस्पतालों में जाने वाले संपन्न लोग भी अब मोहल्ला क्लिनिक में इलाज करा रहे हैं.
नहीं रुकने देंगे दिल्ली वासियों के कोई भी काम: सौरभ भारद्वाज
इस दौरान उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों ने दिल्ली की जनता के खिलाफ बड़ी साजिशें रची हैं और दिल्ली की जनता के काम में बाधा डालने की कोशिश की है लेकिन वे दिल्ली के हर निवासी को भरोसा दिलाते हैं कि वे किसी भी काम को रुकने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि हमने 2015-16 में मोहल्ला क्लिनिक बनाने की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य बुखार, खांसी, जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज उपलब्ध कराना था. इससे बड़े अस्पतालों में लगने वाली लंबी कतारों से बचा जा सकेगा.
'लोगों के घरों के पास मौजूद मोहल्ला क्लिनिक'
सौरभ भारद्वाज ने मोहल्ला क्लिनिक शुरू किए जाने के पीछे की सोच के बारे में बताते हुए कहा कि दिल्ली में कई बड़े सरकारी और निजी अस्पताल हैं, बावजूद इसके लोगों के घरों के पास मौजूद मोहल्ला क्लिनिक दिल्ली के लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है. उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मान लीजिए, ओखला इंडस्ट्रियल क्षेत्र में जो लोग काम कर रहे हैं, उनमें से कई लोग वेंडर या मजदूर हैं. अगर कोई बीमार पड़ जाता है, तो उनका पुरा दिन खराब हो जाता है. यहां काम करने वाले मजदूर अस्पतालों में जाने को मजबूर हैं और उन्हें लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ता है. अस्पतालों में हमेशा भीड़ रहती है, इसलिए हमने सोचा कि क्यों न दिल्ली की हर कॉलोनी और वार्ड में मोहल्ला क्लिनिक के रूप में 'छोटे अस्पताल' खोले जाएं?"
'पहला मोहल्ला क्लिनिक पीतमपुरा की झुग्गियों में बना था'
इसी सोच के साथ पहला मोहल्ला क्लिनिक पीतमपुरा की झुग्गियों में बनाया गया था. इसे लोगों से बहुत प्रशंसा मिली और इसके शानदार नतीजे सामने आए. इस मोहल्ला क्लिनिक के आसपास के लोग बहुत खुश थे, क्योंकि अगर उन्हें छोटी-मोटी बीमारी होती थी तो वे यहां आते थे और मुफ्त में इलाज कराते थे. उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक में वातानुकूलित कमरा उपलब्ध है, डॉक्टर पूरी तरह से इलाज करते हैं, लैब टेस्ट मुफ्त हैं, पास के अस्पताल में एक्स-रे मुफ्त है और सभी दवाएं मुफ्त हैं, लोग वाकई बहुत खुश हैं.
'दुनिया भर में हो रही है मोहल्ला क्लिनिक की प्रशंसा'
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मोहल्ला कहा कि दुनिया भर से लोग यहां इस मॉडल का अध्ययन करने आते हैं. एक बार स्वीडन के पूर्व पीएम ने इन मोहल्ला क्लिनिकों का दौरा किया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा के महासचिव भी केजरीवाल सरकार की मोहल्ला क्लिनिक का दौरा करने आ आये थे. उन्होंने कहा कि आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक की प्रशंसा दुनिया भर में हो रही है.
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