दिल्ली को मिली 320 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात, CM अरविंद केजरीवाल को लेकर कैलाश गहलोत ने कही बड़ी बात
Delhi Electric Buses: मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल जी का दिल्लीवालों को बेहतरीन परिवहन सेवाएं देने का विजन है. इस विजन के तहत आज दिल्ली को और 320 इलेक्ट्रिक बसें मिली हैं.
Delhi Electric Bus News: दिल्लीवासियों को मंगलवार को 320 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात मिली है. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने 30 जुलाई को बांसेरा में इन इलेक्ट्रिक बसों को झंडी दिखा कर रवाना किया. इस मौके पर दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत भी उपस्थित थे. इन बसों को मिलाकर अब दिल्ली में ऐसी बसों की संख्या बढ़कर 1,970 हो गई हैं.
दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों को बधाई देता हूं. हमारी सरकार ने एक और उपलब्धि हासिल की है.
STORY | Delhi gets 320 new electric buses
— Press Trust of India (@PTI_News) July 30, 2024
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VIDEO | “I congratulate the people of Delhi. We have achieved yet another milestone. It was Delhi CM Arvind Kejriwal’s vision to provide a better public transport system to people,” says Delhi Transport… pic.twitter.com/0f82YjZ5w2
ई-बसों की संख्या बढ़कर हुई 1970
दिल्ली के ई-बसों के बेड़े में नई 320 बसें शामिल होने के बाद परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी का दिल्लीवालों को बेहतरीन परिवहन सेवाएं देने का विजन है. इस विजन को पूरा करते हुए आज दिल्ली को और 320 इलेक्ट्रिक बसें मिली हैं.
इन बसों के सड़क पर उतरने के साथ इस समय दिल्ली में 1970 ई बसें अपनी सेवाएं दे रही हैं. इसके साथ ही दिल्ली देश का पहला और दुनिया का तीसरा ऐसा शहर बन गया है, जहां सबसे ज्यादा ई बसें हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम ने इलेक्ट्रिक बसों का जो लक्ष्य रखा है, उसे हम तय समय में पूरा करेंगे.
इन सुविधाओं से लैस है ई-बसें
दिल्ली सरकार की 2025 तक राष्ट्रीय राजधानी में 10,480 इलेक्ट्रिक बसों का एक बेड़ा बनाने की महत्वाकांक्षी योजना है. इनमें 80 फीसदी बसें इलेक्ट्रिक होंगी. इस योजना पर अमल करते हुए 30 जुलाई को दिल्ली को 320 और ई-बसें मिल गई हैं. इसी के साथ दिल्ली में ई-बसों के साथ कुल संख्या बढ़कर 1970 यूनिट हो गई हैं. ई-बसें दिव्यांगों के भी अनुकूल हैं.
इन बसों में जीपीएस, सीसीटीवी और पैनिक बटन लगे हैं, जो दो-तरफ केंद्रीकृत कमांड और कंट्रोल सेंटर से जुड़े हैं. दिल्ली में ई-बसों की संख्या बढ़ाने पर जोर देने के पीछे मुख्य मकसद देश की राजधानी को प्रदूषण से निजात दिलाना है.
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