Delhi News: वैसे तो किसी को भी खोने का गम हर एक इंसान के लिए परेशान करने वाला होता है, लेकिन दिल्ली की एक युवती अपने भाई को खोने का गम दो साल बाद भी नहीं भुला पाई है. युवती पर भाई को खोने का गम इतना हावी है कि उसने अपने जीवन का लक्ष्य ही बदल लिया. अब उसने भाई को खोने के दुख को अपनी जिंदगी का मिशन मान लिया है और लावारिस शवों ( Unclaimed Dead Bodies) का अंतिम संस्कार (Last Rite) करना ही अपनी जिंदगी का मिशन मान लिया है.
दरअसल, दिल्ली में 26 वर्षीय एक युवती पिछले दो वर्षों से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर रही है. दिल्ली के शाहदरा इलाके में रहने वाली पूजा शर्मा लंबे अरसे से अस्पतालों में लावारिस पड़े कई शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं. जिन शवों का कोई पारिवारिक संबंधी नहीं मिल पाता, उनका वह गरिमापूर्ण तरीके से अंत्येष्टि करती हैं. शर्मा ने दावा किया कि पिछले दो वर्षों में मैंने करीब 4,000 ऐसे शवों का अंतिम संस्कार किया, जिनका कोई ज्ञात परिवार या संबंधी नहीं मिला.