Delhi Crime: गन पॉइंट पर सोने के व्यापारी से हुई 50 लाख की लूट का खुलासा, मास्टरमाइंड सहित 4 आरोपी गिरफ्तार
Delhi News: इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन महेंद्र सिंह की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर विकास कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया था.
Delhi Gold Trader Loot: दिल्ली के शहादरा जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने 01 दिसम्बंर को गीता कॉलोनी इलाके में हुए गन पॉइंट पर एक सुनार से 50 लाख के लूट के सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए 02 मास्टरमाइंड सहित कुल 04 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान, गाजियाबाद, यूपी के राजेश कुमार, विजय यादव, पप्पू और हर्ष विहार, दिल्ली के दिनेश के रूप में हुई है. इनके पास से आई10 कार, स्प्लेंडर बाइक, 36 हजार कैश, लूट के पैसों से खरीदे गए 04 नए मोबाइल और 02 देशी कट्टा बरामद किया गया है. जबकि इस वारदात में शामिल रहे 03 अन्य आरोपियों, सलमान उर्फ फैसल, अरुण और बच्चन को क्राइम ब्रांच पुलिस ने हिरासत में लिया है.
कार का शीशा तोड़ कर लूट कर हुए थे फरार
डीसीपी आर. सठियासुन्दरम के अनुसार 01 दिसम्बंर को गीता कॉलोनी थाने की पुलिस को दी गई शिकायत में प्रीत विहार के शिकायतकर्ता विकास मेहरा ने बताया कि वो चांदनी चौक के कुचा महाजनी में स्वर्णकार का काम करते हैं. वो शाम 07 बजे अपनी शॉप को क्लोज कर घर जा रहे थे, इस दौरान उनके पास 50 लाख कीमत के 900 ग्राम सोने के आभूषण थे, जिसे वो एक बैग में रख कर अपनी मारुति ब्रीजा गाड़ी से घर के लिए निकले थे. इस दौरान जब वो यमुना नदी के पुल पर पहुंचे थे तो कुछ लोगों ने उनका पीछा कर गन पॉइंट पर उनकी गाड़ी रुकवाई और उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ कर उनसे सोने के आभूषण लूट कर फरार हो गए.
सीसीटीवी से 09 आरोपियों का चला पता
शिकायत के आधार पर गीता कॉलोनी थाना में मामला दर्ज किया गया. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन महेंद्र सिंह की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर विकास कुमार के नेतृत्व में एसआई प्रशांत, आलोक, एएसआई प्रमोद, सुधीर कुमार और अन्य की टीम का गठन कर आरोपियों की पहचान कर उनकी पकड़ के लिए लगाया गया था. जांच में जुटी पुलिस टीम ने आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किये गए एंट्री और एग्जिट रुट का पता करने के लिए इलाके के सैकड़ों सीसीटीवी फूटेजों की जांच की.
फिर चांदनी चौक के कुचा महाजनी और गीता कॉलोनी इलाके के टेक्निकल डेटा और सीसीटीवी विश्लेषण के बाद पुलिस इस लूट की सनसनीखेज वारदात में शामिल रहे 09 लूटेरों, राजेश कुमार, विजय यादव, पप्पू, दिनेश, सलमान उर्फ फैसल, प्रमोद, अरुण, बच्चन वीर सिंह और नवीन कसाना की पहचान करने में कामयाब हुई. जिनमें से चार आरोपियों राजेश, विजय, पप्पू और दिनेश को स्पेशल स्टाफ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जबकि उन्हें सलमान उर्फ फैसल, अरुण और बच्चन को क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े जाने की जानकारी प्राप्त हुई. ये यूपी के नोएडा, दिल्ली के दयालपुर और यूपी के हापुड़ के रहने वाले हैं.
1 महीने से कर रहे थे रेकी
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पुछताछ में स्पेशल स्टाफ पुलिस को मास्टरमाइंड नवीन कसाना के बारे में पता चला, जिसने राजेश को शिकायतकर्ता से संबंधित सभी जानकारियों को उपलब्ध करवाया था. जिसके बाद राजेश ने डकैती के लिए एक आरोपी विजय यादव के ऑफिस के बैठ कर पूरी योजना बनाई और फिर लूट की योजना को मौके पर अंजाम देने वाले अपने साथियों को समझाया था. उन्होंने बताया कि लूट की वारदात के बाद नवीन ने अपने पास सारा सोना रखा था. राजेश ने इस वारदात को अंजाम देने में अहम भूमिका अदा की थी. आरोपी पिछले एक महीने से शिकायतकर्ता की रेकी कर रहे थे.
पहली लूट में नहीं मिली कामयाबी
इस से पहले उन्होंने 24 नवंबर को भी उससे लूट की कोशिश की थी, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए थे. मगर उन्होंने हार नहीं मानी, और अपनी गलतियों को सुधारते हुए 1 दिसम्बंर को फुल-प्रूफ प्लान बना कर इस लूट को अंजाम दे डाला. इस बार इन लूटेरों ने वारदात को अंजाम देने के लिए 04 हथियार, 02 बाइक का इस्तेमाल किया और बैकअप के लिए एक आई10 कार को भी साथ रखा था. उनकी इस योजना में कुल 09 लोग शामिल थे और सभी को अलग-अलग काम दिया गया था. विजय, पप्पू, बच्चन, प्रमोद और अरुण को इस लूट को अंजाम दिया था.
गन पॉइंट पर व्यापारी को रोक की लूट
वहीं हीरो स्पलेंडर बाइक सवार, पप्पू और विजय ने गन पॉइंट पर पीड़ित को रोका था, जबकि बच्चन, प्रमोद और अरुण, लूट के बाद हौंडा शाईन बाइक पर सवार हो कर सोने के आभूषण के साथ फरार हो गए थे. सलमान चांदनी चौक स्थित कार पार्किंग में रेकी के लिए रुका हुआ था, जहां से पीड़ित के निकलने के बाद उसने अपने साथियों को इसकी सूचना दी थी. जबकि इनकी बैकअप टीम आई10 कार में साथ चल रही थी. पूछताछ में ये भी पता चला कि नवीन ने सारा सोना अपने पास रखा था और 05 दिन के बाद अपने साथियों के बीच 08 लाख रुपये बांट कर बाकी की रकम बाद में देने का वादा किया था. इस मामले में पुलिस बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी और सोने के आभूषणों की बरामदगी में लगी हुई है.