Delhi News: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने शुक्रवार को कनॉट प्लेट में लगे स्मॉग टॉवर (Smog Tower) के प्रभाव के बारे में मीडिया में जानकारी दी. राय ने कहा कि कनॉट प्लेस में लगा स्मॉग टॉवर 300 मीटर की दूरी तक वायु प्रदूषण (Air Pollution) को कंट्रोल करने में उल्लेखनीय रूप से प्रभावी है. उन्होंने कहा कि यह विशाल वायु शोधक 50 मीटर के दायरे में वायु प्रदूषण को 70 से 80 प्रतिशत तक कम करने में सक्षम है जबकि 300 मीटर से आगे यह प्रदूषण के स्तर को 15 से 20 प्रतिशत तक कम करने में सक्षम है.
स्मॉग टॉवर के प्रभाव के अध्ययन के लिए बनाई गई थी टीम
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल 23 अगस्त को कनॉट प्लेस में 24 मीटर से अधिक ऊंचे स्मॉग टॉवर का उद्घाटन किया था. इसके बाद प्रदेश सरकार ने दो सालों तक इसके प्रभाव का अध्ययन करने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, आईआईटी-बॉम्बे, एनबीसीसी और टाटा प्रोजेक्ट्स के विशेषज्ञों की एक टीम बनाई थी.
20 करोड़ रुपए का आया था खर्च
इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि 20 करोड़ की लागत से बना यह टॉवर एक किमी के दायरे में लगभग 1000 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड की दर से हवा को शुद्ध कर सकता है. जबकि गोपाल राय ने कहा कि पिछले एक साल में एकत्र किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि यह स्मॉग टॉवर 300 मीटर के दायरे में वायु को साफ करने में सक्षम है.
मिनेसोटा विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने बनाया है ये टॉवर
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली में और स्मॉग टावरों का निर्माण पायलट प्रोजेक्ट की सफलता पर निर्भर करेगा. बाबा खड़क सिंह मार्ग पर लगे इस स्मॉग टॉवर में 5 हजार मोटे और 5 हजार महीन फिल्टर हैं. इस टॉवर को मिनेसोटा विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने विकसित किया है जिन्होंने चीन के जियान में 100 मीटर ऊंचे स्मॉग टॉवर को डिजाइन करने में मदद की थी.
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