Delhi LG vs CM on Delhi Water Supply: देश की राजधानी दिल्ली में इस बार मार्च महीने में ही पानी का संकट मंडरा रहा है. यमुना का जलस्तर लगातार कम होना एक बड़े संकट की ओर इशारा कर रहा है. पर्यावरण से जुड़े जानकार लोगों का कहना है कि इस बार अगर दिल्ली में बहुत अच्छी बारिश नहीं हुई तो  एक साथ राजधानी पर अनेक संकट आ सकते हैं. एलजी ने भी यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान वजीराबाद तालाब और ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर एलजी की नाराजगी साफ दिखी और उन्होंने इसको लेकर सीएम केजरीवाल को पत्र लिखा कि यहां की बदतर व्यवस्था पर जल्द से जल्द संज्ञान लेकर सरकार की तरफ से इसके सुधार के लिए कार्यवाही की जाए.


दिल्ली के मुख्यमंत्री सीएम केजरीवाल को एलजी ने पत्र लिखकर ट्रीटमेंट प्लांट के सफाई मामले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट में सफाई व्यवस्था बहुत लचर है. इस प्लांट से दिल्ली के एक बड़े हिस्से को पानी की सप्लाई की जाती है. ऐसे में लोगों द्वारा मजबूरन गंदे पानी का इस्तेमाल पीने के लिए किया जाता होगा, जो गंभीर बीमारी की वजह भी बन सकता है. आठ वर्षों से इस तालाब की कोई सफाई नहीं हुई है. इस तालाब की क्षमता करीब 250 एमजीडी पानी की है, लेकिन अब केवल 16 एमजीडी पानी ही स्टोर कर पा रहा हैं. आने वाले समय की चुनौतियों को देखते हुए इस पर तत्काल निर्णय लेना होगा. साफ सफाई व  तालाब के गाद निकलवाने का कार्य तुरंत करना चाहिए.


गंदे पानी के लिए हरियाणा को ठहराया जिम्मेदार


इस मामले पर पलटवार करते हुए जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एलजी को ही घेरते हुए कहा कि एलजी को हरियाणा के रेत खनन मामले पर संज्ञान लेना चाहिए, जो यमुना के जलस्तर को प्रभावित करने की बड़ी वजह है. हरियाणा सरकार के लापरवाही की वजह से दिल्ली के लोग परेशान हो रहे हैं. एलजी को इस मामले पर हरियाणा सरकार की गलती पर जवाबदेही तय करनी चाहिए. एलजी से अनुरोध करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बड़े पैमाने पर हो रहे इस रेत खनन मामले पर हरियाणा सरकार के खिलाफ आप आवाज उठाइए, जिससे दिल्ली के लोगों को साफ पानी मिल सके.   


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