Delhi News Today: दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में सेवा देने वाले डॉक्टर एक बार फिर सड़क पर उतरने को मजबूर हैं. यह मामला डॉक्टरों के प्रमोशन से जुड़ा है. दिल्ली सरकार के अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि लंबे अर्से से अपनी सेवाएं में दे रहे हैं, लेकिन उन्हें निर्धारित समय पर प्रमोशन नहीं मिल पा रहा है. इस समस्या को लेकर उनका एक प्रतिनिधिमंडल आज रविवार (15 सितंबर) को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिला और प्रमोशन की मांग से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा.


2 साल से नहीं मिला प्रमोशन
दरअसल, डॉक्टरों का कहना है कि 301 डॉक्टर जो साल 1996 से दिल्ली के सरकारी अस्पतालों सेवा दे रहे हैं, उनको पिछले 2 साल से प्रमोशन नहीं मिला है. इनमें से कई ऐसे हैं जो अब रिटायर होने की कगार पर हैं. वह इस आस में हैं कि सरकार उनके रिटायरमेंट से पहले उनका आखिरी प्रमोशन दे दे. 


जिससे इस महंगाई के दौर में उनके घर खर्च बिना किसी दिक्कत के पूरा हो सके. डॉक्टरों का कहना है कि ये अपने प्रमोशन से सम्बंधित अर्हताओं को पूरा कर चुके हैं और पूरी तरह से इसके योग्य हैं. बावजूद इसके इनके प्रमोशन की फाइलें इधर से उधर घूम रही हैं और इन्हें अब तक प्रमोशन नहीं मिल पाया है.


प्रतिनिधिमंडल ने सौंपा ज्ञापन
इसी समस्या और प्रमोशन की मांग को लेकर आज दिल्ली के अलग-अलग अस्पताल के डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल से मिलने के लिए उनके आवास पहुंचा. जहां उन्होंने अपनी समस्या को लेकर एक ज्ञापन उपराज्यपाल भवन को दिया. 


अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतरे डॉक्टरों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठाते रहेंगे. वे किसी भी तरह की हड़ताल नहीं करेंगे, क्योंकि इससे मरीजों को परेशानी होती है. लेकिन अपनी मांगों के पूरी होने तक वे लड़ाई जारी रखेंगे.


उपराज्यपाल से हस्तक्षेप की लगाई गुहार
लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल की डिप्टी मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ रितु सक्सेना ने एबीपी लाइव से बात करते हुए कहा, "उनके जैसे 301 डॉक्टर हैं जो दिल्ली सरकार के अलग-अलग अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और प्रमोशन की सभी अर्हताओं को पूरी करते हैं. बावजूद इसके दो साल से उनका प्रमोशन रुका हुआ है." 


डॉ रितु सक्सेना के मुताबिक, आम इंसान की तरह उनके भी खर्चे होते हैं, प्रमोशन मिलने से उनकी सैलरी बढ़ने के साथ अन्य सुविधओं में भी इजाफा होगा, लेकिन प्रमोशन के लिये निर्धारित समय अवधि पूरा होने के बाद भी उनका प्रमोशन अब तक नहीं हुआ है. उनकी प्रमोशन की फाइलें बस विभागों में घूम रही हैं. 


उन्होंने बताया कि पिछली बार भी जब ऐसा हुआ था तो उपराज्यपाल के संज्ञान में लाने के बाद उस पर त्वरित कार्रवाई हुई थी. यही वजह है कि वे एक बार फिर उपराज्यपाल से उनकी जायज मांग को पूरा करने में हस्तक्षेप की गुहार लगाने आए हैं.


डॉक्टरों ने क्या कहा?
एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टर रविंद्र कुमार ने कहा कि चाहे जितनी भी पदवी उन्हें दे दी जाएं, लेकिन अगर उनका समय पर प्रमोशन नहीं होता है और उसके साथ मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिलेंगी तो उनका मनोबल गिरेगा. 


डॉक्टर रविंद्र कुमार ने कहा कि आखिर पैसों से ही सारी जरूरतें पूरी होती हैं. इसके लिए अगर उन्हें सारा काम छोड़ कर सड़कों पर उतरना पड़ेगा तो क्या फायदा डॉक्टरों को भगवान बताने का. 


एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि उनके प्रमोशन का काम दिल्ली सरकार देख रही है लेकिन यह बहुत ही धीमी गति से हो रहा है. हम चाहते हैं कि इसमें तेजी आए और जल्द ही उनका रुका हुआ प्रमोशन दिया जाए. इसलिए वे दिल्ली के उपराज्यपाल को शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन देने पहुंचे थे.


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