Emergency Meeting On Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए AAP सरकार एक्शन मोड में है. दिल्ली के सभी 13 हॉटस्पॉट में प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को दिल्ली सचिवालय में इमरजेंसी बैठक बुलाई है. बैठक में सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को मौजूद रहने को कहा गया है. आनंद विहार में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पर्यावरण मंत्री प्रदूषण से प्रभावित सभी 13 क्षेत्रों में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. 


गोपाल राय ने बताया कि हॉटस्पॉट आनंद विहार में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. बैठक में एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, डीपीसीसी, पर्यावरण विभाग, ट्रांसपोर्ट विभाग, ट्रैफिक पुलिस समेत अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे. 


विंटर एक्शन प्लान पर अमल जारी 


पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सर्दियों में होने वाले प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 25 सितंबर को 21 फोकस प्वाइंट पर आधारित विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की थी. विंटर एक्शन प्लान के तहत विभागों ने अपना काम शुरू कर दिया है. प्रदूषण की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए दिल्ली में वार रूम ने काम करना शुरू कर दिया है. पराली को गलाने के लिए बायो-डिकम्पोजर का छिड़काव भी शुरू हो गया है. साथ ही दिल्ली में कंस्ट्रक्शन साइटों पर धूल को नियंत्रित करने के लिए एंटी डस्ट कैंपेन शुरू किया गया है.


दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए कड़े कदमों की वजह से दिल्ली में वायु प्रदूषण में लगातार सुधार हो रहा है. इसके चलते पिछले 9 सालों में दिल्ली के वायु प्रदूषण में 34.6 फीसद की कमी देखी गई है. दिल्ली में वायु प्रदूषण में और सुधार लाने के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत दिल्ली सरकार ने 7 अक्टूबर से अगले एक महीने के लिए दिल्ली में एंटी डस्ट कैंपेन शुरू किया है.


कंस्ट्रक्शन एजेंसियां करें इन नियमों का पालन 


पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सभी कंस्ट्रक्शन साइटों पर निर्माण संबंधी 14 नियमों का पालन करना जरूरी है. नियमों का उल्लंघन करने पर टीमें सख्त कार्रवाई करेंगी. इसके लिए विभागों को निर्माण साइट्स की लगातार निगरानी करने के निर्देश जारी किए गए हैं. दिल्ली में वायु प्रदूषण में और सुधार लाने के लिए 523 टीमें तैनात की गई हैं. साथ ही डस्ट प्रदूषण को रोकने के लिए 500 वॉटर स्प्रिंकलर, 85 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) मशीनों को पूरी दिल्ली में तैनात किया गया है.


गोपाल राय ने बताया कि सभी 13 हॉटस्पॉट पर ग्रीन वॉर रूम से विशेष ध्यान रखा जा रहा है. संबंधित विभाग को वहां से भी निर्देश दिया जा रहा है. डीपीसीसी की टीम हॉटस्पॉट का लगातार दौरा कर रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कई एजेंसियां काम कर रही हैं. उनके समन्वय के लिए ग्रीन वार रूम स्थापित किया गया है. इस वार रूम के सदस्य ग्रीन दिल्ली ऐप पर आने वाली प्रदूषण से संबंधित शिकायतों को संबंधित 33 विभागों तक पहुंचाने तथा उसे मॉनिटर करने का काम कर रहे हैं.


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