Delhi News Today: दिल्ली सरकार ने 'मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी कोचिंग योजना' के तहत मेधावी छात्र-छात्राओं को मुफ्त मेडिकल- इंजीनियरिंग के कोचिंग की सुविधा मुहैया करवा रही है. इस योजना का लाभ उन प्रतिभावान छात्र-छाभाओं को दिया जाता है, जो आर्थिक कारणों से मेडिकल-इंजीनियरिंग की तैयारी नहीं कर पाते हैं. 


साल 2022 में शुरू हुई इस योजना के तहत हर साल कक्षा 9वीं और 11वीं के 300 बच्चों को टॉप कोचिंग संस्थानों में जेईई- नीट की मुफ्त कोचिंग के लिए चुना जाता है. इस योजना के तहत अब 100 अतिरिक्त मेधावी छात्राओं को मुफ्त मेडिकल-इंजीनियरिंग की कोचिंग की सुविधा मिल सकेगी.


शिक्षा मंत्री ने बढ़ाया विद्यार्थियों का उत्साह
राजधानी दिल्ली क्षेत्र की शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रख्यात संस्थानों में नीट- जेईई की मुफ्त कोचिंग करने वाले विद्यार्थियों से बातचीत कर उनके अनुभवों को जाना और उनका उत्साह बढ़ाया. 


इस मौके पर उन्होंने कहा, "लड़कियों को आगे बढ़ने के और मौके मिल सकें, इसके लिए इसे अगले सत्र से मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी कोचिंग योजना में छात्राओं के लिए 100 अतिरिक्त सीटों को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है."
 
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह बस अपने सपने पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें. सरकार कभी भी पैसों की कमी को उनके सपनों के आड़े आने नहीं देगी.


'अब कोचिंग की फीस सोच नहीं होती टेंशन' 
आतिशी ने कहा कि सरकार की इस योजना के तहत मुफ्त कोचिंग का लाभ लेकर मेडिकल- इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं, दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों के लिए रोल मॉडल की तरह हैं. 


शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, "हमने अपनी जिम्मेदारी निभाई है, अब विद्यार्थियों की बारी है. वे अपना सपना पूरा करें और दुनिया को दिखाएं कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे किसी से कम नहीं हैं." 


उन्होंने आगे कहा, "विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई जा रही इस मुफ्त कोचिंग के कारण अब कोचिंग की महंगी फीस के बारे में सोच कर उन्हें टेंशन नहीं होती है."


'प्रतिभा अमीरी या गरीबी नहीं देखती'
शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, " प्रतिभा अमीरी या गरीबी नहीं देखती." उन्होंने कहा, "कभी भी पैसों की कमी बच्चों की प्रतिभा के आड़े न आए, इसलिए दिल्ली सरकार ने इस योजना की शुरुआत किया है."


आतिशी ने इस मौके पर कहा, "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आईआईटी से पढ़े हैं और उनका मानना है कि अगर वह आज के समय में जेईई की तैयारी करते तो शायद उनका परिवार भी महंगी कोचिंग फीस का बोझ नहीं उठा पाता." 


मुफ्त कोचिंग का क्या है उद्देश्य?
उन्होंने कहा कि प्रतिभा अमीरी या गरीबी नहीं देखती, लेकिन आज के दौर में कोचिंग के बिना जेईई- नीट क्वालीफाई करना थोड़ा मुश्किल है.


इसलिए इस योजना की शुरुआत की गई, जिससे प्रतिभाशाली बच्चे पैसों की कमी के बावजूद मुफ्त कोचिंग योजना के जरिए अपने सपने को साकार कर सकें और कभी भी पैसों की कमी उनकी प्रतिभा के आड़े न आए.


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