Delhi: सर्दियों में प्रदूषण से निपटने के लिए बनेगा विंटर एक्शन प्लान, विभागों को दिया गया निर्देश
Delhi Winter Action Plan: दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान ले कर आ रही है, क्योंकि राजधानी में सर्दियों के मौसम में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है.
Delhi News: दिल्ली (Delhi) में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, जिससे हर वर्ग के लोग प्रभावित होते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय में यहां के प्रदूषण स्तर में काफी गिरावट देखी जा रही है. यह संभव हो पाया है, दिल्ली सरकार के प्रदूषण के खिलाफ अपनाए जा रहे उपायों के कारण. अब इसके परिणामों से उत्साहित दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान ले कर आ रही है, क्योंकि राजधानी में सर्दियों के मौसम में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है, जिससे लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
दिल्ली सरकार के विंटर एक्शन प्लान के बारे एबीपी न्यूज़ को जानकारी देते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने बताया कि, दिल्ली के लोगों को हर साल प्रदूषण का सामना करना पड़ता था, जिससे निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने युद्ध स्तर पर एक अभियान की शुरुआत की थी, ताकि बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके. इसके तहत दिल्ली में वाहन, डस्ट, वायु समेत हर उन श्रोतों पर प्रहार किया गया जो प्रदूषण का कारण बन रहे थे. नतीजन दिल्ली के अंदर लगातार प्रदूषण का स्तर कम हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण PM10 और PM2.5 होता है, जिसमें उनकी सरकार बनने के बाद, पिछले 8-9 वर्षों के दौरान लगातार गिरावट आयी है और वर्तमान में यह 42 फीसदी है.
गोपाल राय ने क्या बताया
वहीं, उन्होंने एक आंकड़ा पेश करते हुए बताया कि दिल्ली के अंदर 2016 में 109 दिन, मध्यम दिनों के श्रेणी के थे. जो अब बढ़ कर 167 हो गए हैं. वहीं 2016 में बहुत ही खराब श्रेणी के 26 दिन थे, जो अब घट कर महज छह दिन रह गए हैं, जोकि अच्छे दिनों का संकेत है. उन्होंने बताया कि प्रदूषण का स्तर मापने के सबसे अच्छा तरीका AQI है, जो सर्दियों की शुरुआत यानी अक्टूबर महीने के शुरू से तेजी से बढ़ने लगता है. इसे ही नियंत्रण करने के लिए सरकार ने एक बार फिर विंटर एक्शन प्लान लागू करने का निर्णय लिया है. इसके लिए आज 28 विभाग के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक की गई, जिसमें 15 नोडल पॉइंट्स चिन्हित किए गए हैं. उन सभी नोडल अधिकारियों को 25 सितंबर तक विंटर एक्शन प्लान विभाग के अधिकारियों को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं.
बैठक में 15 बिंदुओं पर चर्चा
वहीं, 13 हॉट स्पॉट की भी पहचान की गई है, जिसके लिए अलग से 13 टीमों का गठन किया गया है. वे ग्राउंड विजिट करेंगे और सम्बंधित हॉट स्पॉट के लिए विंटर एक्शन प्लान बनाएंगे. इसके अलावा, पराली, विंड प्रदूषण, वाहन से होने वाले प्रदूषण, खुले में कूड़ा जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, ग्रीन वार रूम, पटाखों पर प्रतिबंध, अर्बन फार्मिंग, इको फार्मिंग, जन भागीदारी, केंद्र और पड़ोसी राज्यों से संवाद, जैसे तकरीबन 15 बिंदुओं पर आज की बैठक में चर्चा की गई और अलग-अलग विभागों को इसकी प्लानिंग की जिम्मेदारी दी गई है.
एमसीडी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली मेट्रो, DTC, DM, SDM, पर्यावरण विभाग, वन विभाग, आदि दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान बना कर 25 सितंबर तक सबमिट करेंगे. जिसके बाद एक अक्टूबर को सीएम केजरीवाल इसे लॉन्च कर लोगों को इसकी जानकारी देंगे.