Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार की तैयारी, सीएम अरविंद केजरीवाल ने सुझाया 15 सूत्रीय प्लान
Delhi के प्रदूषण से निपटने के लिए सीएम केजरीवाल ने 15 सूत्रीय कार्यक्रम सुझाया है. उन्होंने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि शहर में प्रदूषण चार साल पहले की तुलना में 2021-22 में काफी कम हो गया है.
Delhi Pollution News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को शहर में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 15 सूत्रीय कार्ययोजना का खुलासा किया. केजरीवाल ने कहा कि PM10 का स्तर 18.6 प्रतिशत कम हो गया है. उन्होंने कहा कि "सर्दियों का आगमन तय है. और हम अक्सर देखते हैं कि सर्दी के आने पर प्रदूषण बढ़ जाता है. दो करोड़ से अधिक आबादी और हमारी सरकार ने पिछले कई वर्षों में दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए बहुत मेहनत की है. इसके परिणाम रूप में परिणाम, NCAP (नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम) की एक रिपोर्ट के मुताबिक शहर में प्रदूषण चार साल पहले की तुलना में 2021-22 में काफी कम हो गया है.”
सीएम केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया कि जिन कदमों से मदद मिली, उनमें बिजली कटौती को कम करना था, जिससे जनरेटर के उपयोग में कमी आई, ग्रीन कवर बढ़ाना, इलेक्ट्रिक वाहन नीति, और सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को प्रोत्साहित करना इनमें से हैं. केजरीवाल ने कहा हमने 10 अहम कदम उठाए जिसकी वजह से यह सब हुआ.
केजरीवाल ने गिनाए ये 10 प्वाइंट
1. दिल्ली में 24 घंटे बिजली की वजह से जनरेटर चलने बंद हो गए और प्रदूषण में कमी आई.
2. दिल्ली में दोनों थर्मल पावर प्लांट बंद किए. अब दिल्ली में कोई कोयला आधारित पावर प्लांट नहीं.
3. डस्ट पोलूशन पर कड़ी कार्रवाई की. कंस्ट्रक्शन साइट पर जहां पर नियमों की अनदेखी हुई भारी जुर्माना किया गया. रियल टाइम मॉनिटरिंग करने के लिए वेब पोर्टल बनाया.
4. अब सभी रजिस्टर्ड इंडस्ट्री मैं अब पाइप्ड नेचुरल गैस इस्तेमाल होती है जो पोलूशन नहीं करती.
5. दिल्ली में ग्रीन कवर बढ़ रहा है. हमारी सरकार जब बनी थी तब 20% ग्रीन कवर था अब 23.6% है.
6. हम इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लेकर आए. लोग अब इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीद रहे हैं.
7. पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत किया है. नई बसें जोड़ी हैं.
8. स्मोग टावर का पायलट प्रोजेक्ट किया था उसका भी अच्छा असर हुआ है.
9. GRAP लागू कर रहे हैं.
10. केंद्र सरकार ने पेरिफेरल रोड बनाए जिसकी वजह से ट्रक दिल्ली से कम गुजरते हैं बाहर से ही निकल जाते हैं जिसकी वजह से बहुत मदद मिली.
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इस मौसम में प्रदूषण पर नियंत्रण रखने के लिए सरकार ने 15 पॉइंट का प्लान तैयार किया है
1. पराली- इसके मैनेजमेंट के लिए PUSA द्वारा तैयार किया गया बायो डी कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा. पिछले साल 4,000 एकड़ में किया गया था, इस बार 5,000 एकड़ में किया जाएगा.
2. डस्ट पॉल्यूशन रोकने के लिए 6 अक्टूबर से एंटी डस्ट अभियान चलाया जाएगा. 500 स्क्वायर मीटर से ज्यादा जो कंस्ट्रक्शन साइट है, उनके लिए अब कंपलसरी होगा कि सरकार के वेब पोर्टल पर रजिस्टर करें और डस्ट कंट्रोल की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी. 586 टीमों का गठन किया गया है जो कंस्ट्रक्शन साइट पर जाकर मॉनिटरिंग करेंगे. 5000 स्क्वायर मीटर से ज्यादा के एरिया वाली कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मोग गन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत पूरी दिल्ली में 233 एंटी स्मोग गन लगाए जा रहे हैं. सड़क पर उड़ने वाली धूल को कंट्रोल करने के लिए 80 डस्ट स्वीपिंग मशीन लगाई है. 521 मशीनें पानी का छिड़काव करेंगी. 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाई जा रही हैं ताकि सड़कों से उड़ने वाली धूल को कंट्रोल किया जा सके.
3. वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए PUC की जांच और सख्त की जाएगी. 10 साल पुरानी डीजल वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन सड़कों पर ना उतरें, इसका पालन कराने के लिए सख्ती की जाएगी. इसे लागू कराने के लिए 380 टीम बनाई गई हैं. 203 ऐसी सड़कें हैं जहां बहुत भीड़ भाड़ होती है, इसकी वजह से प्रदूषण होता है तो यहां पर भीड़भाड़ कम करने के लिए वैकल्पिक रूट तैयार किए गए हैं.
4. खुले में कूड़ा चलाना प्रतिबंधित है और इसको रोकने के लिए 611 टीमों का गठन किया गया है.
5. 33 टीमों का गठन किया गया है ताकि इंडस्ट्री में कोई पाइप नेचुरल गैस के अलावा दूसरा इंधन इस्तेमाल ना करें.
6. पटाखों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. पटाखों के खरीदने उसके भंडारण बिक्री सब पर प्रतिबंध है. ऑनलाइन डिलीवरी भी नहीं हो सकती. इसको लागू कराने के लिए 210 टीमों का गठन किया गया है.
7. रियल टाइम सोर्स ऑफ पॉल्यूशन स्टडी- आईआईटी कानपुर ने हमारे साथ एक स्टडी की है. इसके लिए राउस एवेन्यू रोड पर एक सुपर साइट बनाई गई है और इसके अलावा एक मोबाइल बैन है जिसके ऊपर काफी सारे एक इक्विपमेंट लगाए गए हैं. हमको उम्मीद है 20 अक्टूबर से हमें डाटा मिलना शुरू होगा. जिसने पता चलेगा कि किस तरह का पॉल्यूशन है और इसका स्रोत क्या है.
8. पर्यावरण मित्र बनाए गए हैं. अभी तक 3500 से ज्यादा वॉलिंटियर्स ने इसके लिए रजिस्टर किया है. यह लोग समाज सेवा करेंगे और लोगों को पर्यावरण के लिए जागरूक करेंगे. अगर आप पर्यावरण मित्र बनना चाहते हैं तो 8448441758 पर मिस्ड कॉल दें.
9. इलेक्ट्रॉनिक कूड़े के प्रबंधन के लिए एक ई-वेस्ट पार्क बना रहे हैं. उत्तर पश्चिम दिल्ली के होलंबी कला में 20 एकड़ में ई वेस्ट पार्क बना रहे हैं. पूरी दिल्ली का इलेक्ट्रॉनिक कचरा वहां ले जाया जाएगा और साइंटिफिक तरीके से इसको प्रोसेस किया जाएगा.
10. ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए हमने 42 लाख पौधे लगाने का टारगेट रखा था, पहले चरण में 33 लाख पौधे लगा चुके, दूसरे चरण में 9 लाख पौधे और लगाएंगे.
11. 24×7 एक ग्रीन वार रूम बनाया जाएगा जो मॉनिटरिंग बेहतर तरीके से करेगा. 3 अक्टूबर से शुरू होगा. इसमें 9 मेंबर्स होंगे जो साइंटिफिक एक्सपर्ट होंगे और वह आंकलन करके अगले दिन का प्लान बनाएंगे.
12. हमने ग्रीन दिल्ली ऐप बनाया था जो बहुत कामयाब रहा. अभी तक इस पर 53 हजार शिकायतें आ चुकी हैं. 90% शिकायतों का समाधान हो चुका है. आप भी इसको डाउनलोड करें और कहीं कचरा जलते हुए या प्रदूषण होते हुए देखते हैं या किसी वाहन का प्रदूषण देखते हैं तो इस ऐप के जरिए शिकायत करें.
13. दिल्ली में 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट की पहचान की गई है. इन पर नजर रखी जाएगी और पोलूशन कम करने के उपाय किए जाएंगे.
14. संशोधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू किया. इसके तहत एयर क्वालिटी का 3 दिन का फोरकास्ट किया जाएगा.
15. भारत सरकार, वायु गुणवत्ता आयोग, पड़ोसी राज्य सबके साथ मिलकर प्रदूषण कम करने की कोशिश करेंगे. सभी पड़ोसी राज्यों से निवेदन जितने भी वाहन उनके यहां से दिल्ली में आते हैं कोशिश करें कि वह ज्यादा से ज्यादा या तो सीएनजी हो या फिर इलेक्ट्रिक हो.
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