Delhi News: दिल्ली सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट से कहा है कि शराब की दुकानों द्वारा दी जा रही छूट की वजह से राजधानी दिल्ली- हरियाणा, उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में शराब के निर्यात का केंद्र बन रही है. सरकार ने कहा कि शराब की इतनी अधिक खपत सिर्फ दिल्ली में नहीं हो रही है. ये आसपास के राज्यों में जा रही है. बता दें कि कोर्ट में शराब विक्रेताओं के शराब पर डिस्काउंट दिए जाने पर रोक लगाने के दिल्ली सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनावाई हो रही थी. अदालत ने दिल्ली सरकार और शराब लाइसेंस धारकों के वकीलों की बात सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
सरकार की तरफ से क्या कहा गया
दिल्ली सरकार की तरफ से वकील राहुल मेहरा ने कहा कि, यह शराब है और सरकार की कुछ जिम्मेदारी है. आप एक ज़ारा स्टोर की तरह व्यवहार नहीं कर सकते. मेहरा ने कहा कि सरकार इसे चुपचाप नहीं देख सकती. उन्होंने कहा कि शराब की तस्करी हो रही थी जिसकी वजह से प्रतिबंध लगाया गया. सरकार ने छूट पर रोक लगाने के अपने फैसले का बचाव किया. सरकार ने कहा कि छूट पर बैन लगाना सही है.
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शराब विक्रेताओं का क्या कहना है
याचिका में शराब विक्रेताओं ने कहा है कि दिल्ली सरकार द्वारा एमआरपी पर छूट देने पर रोक लगाना गैरकानूनी है. बता दें कि इससे पहले 3 मार्च को दिल्ली सरकार ने कोर्ट से कहा था कि वह डिस्काउंट देना जारी रखने को कहकर राजधानी में नशे को बढ़ावा नहीं दे सकती. बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा 28 फरवरी को शराब बिक्री पर छूट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इससे पहले शराब पर 30-50 प्रतिशत तक की भारी छूट मिल रही थी.
शराब की हुई रिकॉर्ड बिक्री
छूट की वजह से इस साल फरवरी में दिल्ली में हर दिन करीब 20 लाख शराब की बोतलें बिक गईं जबकि डिस्काउंट खत्म होने के बाद अब यानी मार्च के महीने में यह आंकड़ा करीब 10 लाख बोलत प्रतिदिन बिकने पर आ गया है. शराब सस्ती होने से लोगों ने इसबार महंगी से महंगी शराब की खरीदारी भी जमकर की. डिस्काउंट की वजह से दूसरे राज्यों के लोगों ने भी यहां आकर शराब खरीदा. इस छूट की वजह से दुकानों पर भारी भीड़ लग रही थी.